पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जूनियर डॉक्टरों से आमरण अनशन खत्म करने की अपील की है, लेकिन अनशन जारी है। जूनियर डॉक्टरों की मांग है कि स्वास्थ्य सचिव नारायण स्वरूप निगम को हटाया जाए और आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले में न्याय किया जाए।
जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल की शुरुआत पांच अक्तूबर को हुई थी और अब यह 16वें दिन भी जारी है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि स्वास्थ्य सचिव निगम को हटाने को छोड़कर आंदोलनकारी डॉक्टरों की सभी मांगों से वह सहमत हैं। लेकिन आंदोलनकारी डॉक्टरों ने अपनी सभी मांगें पूरी होने तक अपनी भूख हड़ताल समाप्त करने से इनकार कर दिया है।
जूनियर डॉक्टरों की मांगों में राज्य के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के लिए एक केंद्रीकृत रेफरल प्रणाली की स्थापना, एक बिस्तर रिक्ति निगरानी प्रणाली की शुरुआत, कार्यस्थलों पर सीसीटीवी, ऑन-कॉल रूम और वॉशरूम के लिए आवश्यक प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए टास्क फोर्स का गठन शामिल है। मामला कोलकाता हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा है और फिर सीबीआई को इसकी जांच सौंप दी गई है।