Paonta Sahib : राजनीतिक मंच से की गई टिप्पणियों पर सिख संगत का विरोध, कार्रवाई न होने पर आंदोलन की चेतावनी
पांवटा साहिब
गुरुद्वारे में हुई आपात बैठक, सिख संगत ने दो दिन का अल्टीमेटम दिया
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पांवटा साहिब में एसडीएम गुंजित सिंह चीमा को लेकर राजनीतिक मंचों और सोशल मीडिया पर की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों से सिख समुदाय में भारी नाराजगी है। बुधवार को गुरुद्वारा परिसर में सिख संगत ने एकत्र होकर भाजपा नेताओं की जनसभा में लगाए गए ‘चीमा-कीमा नहीं चलेगा’ जैसे नारों और एसडीएम को ‘खालिस्तानी’ कहे जाने की निंदा की।
सोशल मीडिया पर ‘खालिस्तानी’ बताकर भड़काई जा रही धार्मिक भावना
सिख संगत ने शिकायत में कहा है कि कुछ उपद्रवी सोशल मीडिया के माध्यम से एसडीएम गुंजित सिंह चीमा को खालिस्तानी बताकर माहौल खराब कर रहे हैं। पिछले दिनों माजरा थाना क्षेत्र में एक युवती के अपहरण के बाद सांप्रदायिक तनाव की स्थिति बनी थी, जिसमें अब सिख समुदाय को भी जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
राजनीतिक मंच से लगे आपत्तिजनक नारे, भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप
संगत ने आरोप लगाया कि भाजपा के नेता जयराम ठाकुर, राजीव बिंदल, सुखराम चौधरी और धीरज गुप्ता द्वारा आयोजित रैली में सिख अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी कर माहौल बिगाड़ा गया। यह सीधा समुदाय विशेष के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण अभियान है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
प्रशासन को दो दिन का अल्टीमेटम, नहीं तो होगा व्यापक जन आंदोलन
सिख संगत ने स्पष्ट किया है कि यदि दो दिनों के भीतर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती तो समुदाय सड़कों पर उतरकर आंदोलन करेगा। साथ ही सोशल मीडिया पर फैलाए गए नफरत भरे संदेशों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
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