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Donald Trump के AI पॉलिसी एडवाइजर / कौन हैं श्रीराम कृष्णन, भारतीय-अमेरिकी जिन्हें ट्रंप ने AI नीति का सीनियर पॉलिसी एडवाइजर बनाया?

हिमाचलनाउ डेस्क |
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23 दिसंबर, 2024 at 11:50 am

Himachalnow / Delhi


अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय-अमेरिकी तकनीकी विशेषज्ञ श्रीराम कृष्णन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर सीनियर पॉलिसी एडवाइजर नियुक्त करने का ऐलान किया है। श्रीराम कृष्णन ने टेक्नोलॉजी की दुनिया में महत्वपूर्ण कंपनियों जैसे माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर, याहू, फेसबुक और स्नैप में नेतृत्व की भूमिका निभाई है। अब वह व्हाइट हाउस के ‘ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी’ में अपने नए दायित्व को संभालेंगे।


श्रीराम कृष्णन का प्रोफाइल: एक समृद्ध करियर की कहानी

दिग्गज कंपनियों में कार्य अनुभव
श्रीराम कृष्णन ने अपनी करियर यात्रा में दुनिया की प्रमुख टेक्नोलॉजी कंपनियों में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाई हैं। माइक्रोसॉफ्ट, ट्विटर, याहू, फेसबुक और स्नैप जैसी कंपनियों में प्रोडक्ट टीमों का नेतृत्व करने के बाद उन्होंने टेक्नोलॉजी क्षेत्र में अपने कौशल और ज्ञान को साबित किया। इन कंपनियों में उनके योगदान ने उन्हें तकनीकी और व्यावासिक दृष्टिकोण से एक मजबूत स्थिति दिलाई।

एलन मस्क के साथ सहयोग
कृष्णन के बारे में एक और दिलचस्प पहलू यह है कि उनके संबंध अरबपति एलन मस्क के साथ काफी अच्छे रहे हैं। 2022 में, जब मस्क ने ट्विटर (अब ‘X’) का अधिग्रहण किया, तो कृष्णन ने मस्क के साथ मिलकर ट्विटर को फिर से खड़ा करने की दिशा में सहयोग किया। यह उनके नेटवर्किंग और नेतृत्व कौशल का परिचायक है, जो उन्हें AI और तकनीकी क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद कर रहा है।

a16z में योगदान और नेतृत्व
2021 में, श्रीराम कृष्णन को प्रतिष्ठित वेंचर कैपिटल फर्म, आंद्रेसेन होरोविट्ज़ (a16z) में जनरल पार्टनर के रूप में नियुक्त किया गया था। इसके बाद, 2023 में उन्हें फर्म के लंदन कार्यालय का नेतृत्व करने का अवसर मिला, जो यूएस के बाहर इसका पहला ऑफिस था। हालांकि, नवंबर 2023 में उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया। कृष्णन ने AI-संचालित मॉडल्स जैसे OpenAI के ChatGPT के बीच तालमेल बनाने के लिए एक नई तकनीकी दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया, जिससे उनका योगदान और भी महत्वपूर्ण हो गया।


श्रीराम कृष्णन की नई जिम्मेदारी: व्हाइट हाउस में AI नीति का नेतृत्व

AI के क्षेत्र में अमेरिकी वर्चस्व को सुनिश्चित करना
डोनाल्ड ट्रंप ने श्रीराम कृष्णन को व्हाइट हाउस के ‘ऑफिस ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी पॉलिसी’ में सीनियर पॉलिसी एडवाइजर नियुक्त किया है। कृष्णन और डेविड ओ. साक्स (जिन्हें ट्रंप ने ‘व्हाइट हाउस एआई एंड क्रिप्टो ज़ार’ नियुक्त किया है) मिलकर AI के क्षेत्र में अमेरिका का वर्चस्व बनाए रखने के लिए काम करेंगे।

राष्ट्रपति की सलाहकार परिषद के साथ सहयोग
कृष्णन की नई भूमिका में वह विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर राष्ट्रपति की सलाहकार परिषद के साथ काम करेंगे और AI नीति को आकार देने में मदद करेंगे। उनका मुख्य उद्देश्य AI नीति के समन्वय और विस्तार के साथ-साथ अमेरिका के वैश्विक नेतृत्व को सुनिश्चित करना होगा।

कृष्णन का बयान
इस नियुक्ति पर खुशी व्यक्त करते हुए श्रीराम कृष्णन ने कहा, “मैं अपने देश की सेवा करने और डेविड के साथ मिलकर AI के क्षेत्र में अमेरिका का वर्चस्व कायम रखने का जो मौका मिला है, उसके लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं।”


भारतीय अमेरिकी समुदाय की प्रतिक्रिया

समुदाय से समर्थन
श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति पर भारतीय-अमेरिकी समुदाय ने खुशी जाहिर की है। इंडियास्पोरा के कार्यकारी निदेशक संजीव जोशीपुरा ने कहा, “हम श्रीराम कृष्णन को दिल से बधाई देते हैं और हमें खुशी है कि उन्हें डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस के विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति कार्यालय में वरिष्ठ नीति सलाहकार के रूप में नियुक्त किया है।” जोशीपुरा ने यह भी कहा कि कृष्णन का AI क्षेत्र में एक प्रभावशाली विचारक और टिप्पणीकार के रूप में अच्छा काम रहा है, और उनकी पिछली अनुभव और कार्यशैली उन्हें इस महत्वपूर्ण भूमिका में देश की सेवा करने में मदद करेगी।


निष्कर्ष: एक नई दिशा में नेतृत्व

टेक्नोलॉजी और नीति का सामंजस्य
श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति एक महत्वपूर्ण कदम है, जो टेक्नोलॉजी और नीति के बीच सामंजस्य स्थापित करने का कार्य करेगी। AI और क्रिप्टोकरेंसी जैसे क्षेत्रों में उनकी विशेषज्ञता और नेतृत्व क्षमता न केवल अमेरिका के लिए बल्कि वैश्विक स्तर पर भी प्रभावशाली हो सकती है। उनके जैसे अनुभवी व्यक्ति का व्हाइट हाउस में AI नीति को आकार देना देश के लिए एक बड़ा लाभ साबित हो सकता है, जिससे न केवल तकनीकी नवाचार को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह अमेरिकी तकनीकी शक्ति को भी अगले स्तर पर ले जाएगा।

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