HNN/ किन्नौर
जिला किन्नौर में हुई भारी बर्फबारी और तूफान से सेब की फसल को खासा नुक्सान पहुंचा है। तूफ़ान से सेब के पेड़ की टहनियां टूट गई हैं। इसके अलावा सेब पेड़ों से झड़ कर बगीचों में जमीन पर बिछ गए है जिससे बागवानों को मोटी चपत लगी है। किन्नौर के ऊपरी इलाकों में तूफान और बर्फबारी के चलते सेब की फसल ज्यादा प्रभावित हुई है।
बता दें कि रविवार को मौसम ने एकाएक करवट बदली और जिला में बर्फबारी का क्रम शुरू हो गया। रविवार को शुरू हुई बर्फबारी का दौर सोमवार को भी जारी रहा। 2 दिन हुई बर्फबारी और तूफान ने सेब की फसल को खासा नुक्सान पहुंचाया। इस दौरान जिला के ऊंचाई वाले क्षेत्रों नेसंग, नाको, रिब्बा, कुनु, ठंगी, रोपा, हांगो, आसरंग, रकछम, सांगला कंडे, चांसु व यांगपा के मुसरंग में सेब से लदे पेड़ों पर बर्फबारी होने से फल नीचे गिर गए और कुछ पेड़ों की टहनियां ही टूट गई।
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अचानक हिमपात होने के चलते बागवानों को अब सेब की फसल के बर्बाद होने की चिता सता रही है। यदि आगामी दिनों में भी मौसम अपने तेवर कड़े रखता है तो नुक्सान इससे भी अधिक हो सकता है। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि बर्फबारी से सेब की फसल को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन व बागवानी विभाग जल्द ही नुक्सान का आकलन करेगा।
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