HNN/ नाहन
शिमला में आयोजित हुए राज्य स्तरीय बाल विज्ञान सम्मान समारोह में इस बार सिरमौर ने सर्वश्रेष्ठ तीन प्रमुख प्रदर्श में स्थान पाया है। नाहन विकासखंड के अंतर्गत राजकीय उच्च विद्यालय नौरंगाबाद की नौवीं कक्षा की छात्रा वंदना के मॉडल को भविष्य में RO का विकल्प माना गया है। नन्हीं वैज्ञानिक वंदना के द्वारा पौधे के जाइलम से पानी को शुद्ध करने के लिए जैविक जाइलम फिल्टर बनाया गया है।
इस फिल्टर की सबसे बड़ी बात तो यह है कि जहां महंगे आरओ से फिल्टर हुए पानी में कुछ मिनरल गायब हो जाते हैं वही इस जाइलम जैविक फिल्टर में तमाम मिनरल्स और अधिक गुणवत्ता के साथ स्वास्थ्य के लिए बेहतर माने गए हैं। नौवीं कक्षा की छात्रा वंदना को इस अविष्कार के लिए प्रदेश के शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर के द्वारा शिमला के गेयटी थिएटर में सम्मानित किया गया।
वंदना का कहना है कि इस अविष्कार को लेकर उनका मार्गदर्शन विद्यालय के अध्यापक संजीव अत्री द्वारा किया गया था। गौरतलब हो कि राज्य स्तरीय बाल विज्ञान मेले में प्रदेश के 3 अविष्कारों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श में शामिल किया गया था। जिनमें वंदना के द्वारा बनाया गया जैविक जाइलम फिल्टर प्रमुख आकर्षण भी बना। इस फीडर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह काफी सस्ता और जैविक है।
भविष्य में जिस प्रकार कोरोना जैसी महामारी फैल रही है उनमें शुद्ध और मिनरल्स युक्त पानी का इसे बड़ा अच्छा विकल्प भी माना जा रहा है। वंदना को सम्मानित किए जाने के दौरान उनकी शिक्षिका शिवानी शर्मा भी मौजूद रही। वंदना भले ही नन्ही वैज्ञानिक हो मगर उसके सपनों की उड़ान बहुत ऊंची है। वंदना कल्पना चावला को अपना आदर्श मानती है। भविष्य में उसकी इच्छा भी एक सफल वैज्ञानिक बनने की है।