HNN/ शिमला
कोविड टीकाकरण अभियान में 31 हजार लोगों को वैक्सीन लगाकर संजोग नेगी ने एक मिसाल कायम की है। जिससे विभाग का नाम रोशन हुआ है। बता दें कि संजोग नेगी स्वास्थ्य उप केंद्र मलयाणा में बतौर महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता के पद पर अपनी सेवाएं दे रही है। मूलतः किन्नौर जिला से संबध रखने वाली संजोग नेगी बीते 33 वर्षों से स्वास्थ्य विभाग में सेवारत है।
कोविड टीकाकरण की शत प्रतिशत उपलब्धि पर बिलासपुर में आयोजित समारोह के उपलक्ष्य पर संजोग नेगी को पुरस्कृत किया गया। राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के हाथों से पुरस्कार प्राप्त करके संजोग नेगी काफी प्रफुल्लित है। इनका कहना है कि 33 वर्षों से विभाग में सेवा करते हुए आजतक कोई प्रोमोशन नहीं मिली है परंतु यह पुरस्कार उनके जीवन में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
प्रदेश सरकार ने उनके द्वारा ईमानदारी व कर्तव्यनिष्ठा से किए कार्यों का तोहफा दिया है। पुरस्कार प्राप्त करने के दुर्भल क्षण को वह कभी नहीं भुला पाएगी जब मंच पर हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री, दो केंद्रीय मंत्री सहित अनेक विभूतियां विराजमान थी। संजोग नेगी ने बताया कि शिमला में कोविड संक्रमण का पहला मामला मलयाणा में प्रकाश में आया था और समूचे मलयाणा क्षेत्र को कंटोनमेंट जोन घोषित किया गया था।
उस दौरान इस नेगी द्वारा दिन रात अपनी सेवाएं दी गई। बताया कि कोविड-19 के संकटकाल में उनके द्वारा कोई भी अवकाश नहीं लिया गया। यहां तक बहन की मृत्यु होने पर भी संजोग नेगी कोरोना वारियर के रूप में डियूटी पर तैनात रही।
बीते 11 जनवरी को आरंभ हुए कोविड 19 टीकाकरण अभियान के दौरान संजोग नेगी ने डाईरन तेनजिन अस्पताल कसुंपटी, आर0ए0एच0 छोटा शिमला, हि0प्र0 सचिवालय, दीन दयाल उपाध्याय क्षेत्रीय अस्पताल शिमला, पी0एच0सी0 विकास नगर एस0वी0एम स्कुल, ब्योलिया, एपीजी विश्वविद्यालय, बैल संस्थान, कवालग, मजा़र मैहली मल्याना एस0जे0वी0एन, हिम ऊर्जा आँफिस, नालदेहरा, बल्देहा, क्यारकोटी, भौंट, चैडी पंचायत तथा मशोबरा ब्लाँक का सबसे दूरदराज इलाका पीरन टाई में लोगों को कोविड वैक्सीन लगाकर एक कीर्तिमान हासिल किया है।
उन्होने अपनी इस उपलब्धि का श्रेय सीएमओ शिमला तथा बीएमओ मशोबरा को दिया है । बीएमओ मशोबरा डॉ0 राकेश प्रताप ने बताया कि संजोग नेगी एक बहुत कर्मठ एंव निष्ठावान कर्मचारी है जिन्होने जिला शिमला में सर्वाधिक 31हजार कोविड टीका लगाकर विभाग व प्रदेश का नाम रोशन किया है।