Himachalnow / धर्मशाला
केंद्रीय महिला और बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने संसद में जानकारी देते हुए कांगड़ा के लोकसभा सदस्य डॉक्टर राजीव भारद्वाज के द्वारा किये गए एक प्रश्न के उत्तर में बताया कि हिमाचल प्रदेश की 153 मिनी आंगनवाड़ियों को अपग्रेड करके उन्हें पूर्ण विकसित मुख्य आंगनवाड़ियों में परिवर्तित किया गया है। यह जानकारी राज्य सरकार द्वारा भेजे गए प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद दी गई। इस अपग्रेड का उद्देश्य बच्चों की प्राथमिक शिक्षा, देखभाल, और पोषण को बेहतर बनाना है।
श्रीमती ठाकुर ने बताया कि बच्चों की प्राथमिक शिक्षा और देखभाल को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने “सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण कार्यक्रम” के अंतर्गत देशभर में सभी मिनी आंगनवाड़ियों को पूर्ण विकसित आंगनवाड़ियों में अपग्रेड करने का निर्णय लिया है। इस पहल के तहत प्रत्येक आंगनवाड़ी केंद्र में एक वर्कर और एक हेल्पर तैनात किए जाएंगे। यह कदम बच्चों के समग्र विकास और पोषण में सुधार के लिए उठाया गया है।
देश के 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कुल 1,16,852 मिनी आंगनवाड़ी केंद्र हैं। इनमें से 20 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा भेजे गए प्रस्तावों के अनुसार 86,351 मिनी आंगनवाड़ियों को पूर्ण विकसित आंगनवाड़ियों के रूप में अपग्रेड करने की स्वीकृति दी जा चुकी है। हिमाचल प्रदेश के 153 मिनी आंगनवाड़ियों का उन्नयन इसी योजना का हिस्सा है।