हमीरपुर
हमीरपुर जिले में नशे की कुरीति ने एक परिवार को पूरी तरह से तबाह कर दिया। बेटे के जेल में जाने और पति के नशे की लत के चलते एक महिला ने दम तोड़ दिया।
जिला मुख्यालय में घटित इस दर्दनाक घटना में 85 वर्षीय बुजुर्ग सास ने पड़ोसियों और रिश्तेदारों को सूचना दी। मृतक महिला का पति नशे में इतना बेसुध था कि वह अपनी पत्नी के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सका।
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अंतिम संस्कार में शामिल हुआ जेल में बंद बेटा
रिश्तेदारों ने कानूनी प्रक्रिया पूरी कर महिला के बेटे को जेल से कुछ घंटों के लिए रिहा करवाया। अदालत ने मानवीय आधार पर यह रिहाई दी, जिससे आरोपी बेटा अपनी मां को मुखाग्नि दे सका। हालाँकि, वह अंडर ट्रायल होने के कारण उसे पैरोल नहीं मिली और उसे तुरंत वापस जेल भेज दिया गया।
मां के खातों का किया इस्तेमाल
जानकारी के अनुसार, आरोपी ने अपनी मां के बैंक खातों का प्रयोग चिट्टा (हेरोइन) की तस्करी के लिए किया था। मां को इस बात की जानकारी नहीं थी। बेटे की गिरफ़्तारी के बाद से वह मानसिक रूप से तनाव में थी। इस घटना ने बुजुर्ग सास को भी पूरी तरह से तोड़ दिया है।
सामूहिक प्रयासों की जरूरत: एसपी हमीरपुर
हमीरपुर के एसपी भगत सिंह ठाकुर ने कहा कि नशे की कुरीति को खत्म करने के लिए सामूहिक प्रयास जरूरी हैं। अंडर ट्रायल कैदियों को कोर्ट के माध्यम से ही रिहाई दी जाती है। इस मामले में भी कानूनी प्रक्रिया के तहत कुछ घंटों की रिहाई दी गई थी।
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