प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमें अलर्ट, राहत व बचाव कार्य जारी
नाहन
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में पिछले दो दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई है, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। भूस्खलन, बाढ़ और सड़कों के बाधित होने से जिला में आपातकालीन स्थिति बनी हुई है। प्रशासन और स्थानीय लोग राहत व बचाव कार्यों में जुटे हैं।
नौहराधार में भूस्खलन से मकान तबाह, महिला की मौत
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
श्रीरेणुकाजी विधानसभा क्षेत्र के नौहराधार तहसील के तहत आने वाले चौरास गाँव में देर रात हुए भीषण भूस्खलन की चपेट में एक मकान और गौशाला पूरी तरह से तबाह हो गई। इस हादसे में शीला देवी पत्नी मोहनलाल (निवासी चौरास) की मलबे में दबकर मौत हो गई। गौशाला में मौजूद आठ पशु भी मारे गए। ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के बाद महिला के शव को मलबे से निकाला। प्रशासन की ओर से तहसीलदार ने मृतक के परिजनों को 25 हजार रुपए की फौरी राहत प्रदान की है।
प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्ग और 70 से अधिक सड़कें बंद
भारी बारिश के कारण जिला की कनेक्टिविटी बुरी तरह प्रभावित हुई है। पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा नेशनल हाईवे 707 कच्ची डांग के पास बंद हो गया है। नाहन-सराहां-कुमारहट्टी-शिमला नेशनल हाईवे भी गांधीग्राम के शिव मंदिर और कनलोग बनेठी सहित कई स्थानों पर अवरुद्ध है। लोक निर्माण विभाग की 70 से अधिक सड़कें बाधित हो चुकी हैं, जिससे हिमाचल पथ परिवहन निगम की 40 से ज्यादा बसें विभिन्न स्थानों पर फंसी हुई हैं।
बादल फटने और नदी-नालों का विकराल रूप
भुरेश्वर महादेव मंदिर के समीप देर रात बादल फटने की सूचना मिली, जिससे कई खड़ और नाले उफान पर आ गए हैं। उपतहसील नारग के देवथल के समीप एक गाड़ी के नाले में बह जाने की भी खबर है। दो दिनों से जारी बारिश के चलते गिरी नदी का जलस्तर इतना बढ़ गया है कि गिरी जटोन बैराज के दस में से सात फ्लड गेट खोलने पड़े, जिससे जिला के मैदानी क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। पांवटा साहिब उपमंडल में गिरी और यमुना नदी भी पूरे उफान पर हैं।
बांगड़ान बस्ती से 50 से अधिक लोग सुरक्षित निकाले, लिफ्ट सिंचाई योजना को भारी नुकसान
गिरी नदी में आई भीषण बाढ़ के कारण बांगड़ान बस्ती के 50 से अधिक लोगों को प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया। यह कार्रवाई बांगड़ान पुल के समीप नदी द्वारा भूमि कटाव से उत्पन्न गंभीर खतरे को देखते हुए की गई। इसी दौरान, गिरी नदी के तेज़ बहाव में लिफ्ट सिंचाई योजना (एल.आई.एस.) बांगड़ान नंबर-2 का संपवेल और पाँच सबमर्सिबल पंप सेट बह गए, जिससे सिंचाई ढांचे को भारी क्षति पहुँची है।
आंगनवाड़ी केंद्र और स्कूल भी चपेट में, फसलें तबाह
पच्छाद उपमंडल में भी लैंडस्लाइड की घटनाएँ सामने आ रही हैं। नैना टिककर बाल विकास वृत के चांड़ोग आंगनवाड़ी केंद्र भवन लैंडस्लाइड की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे उसकी पिछली दीवार पूरी तरह ढह गई। केंद्र में रखा सामान, रिकॉर्ड, अनाज और फर्नीचर का भारी नुकसान हुआ है। पास के राजकीय प्राथमिक विद्यालय चांड़ोग भवन में भी पानी घुस गया, जिससे वहाँ भी नुकसान हुआ है। इसके अलावा, जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुँचा है।
सभी शिक्षण संस्थान बंद, प्रशासन अलर्ट पर
उपायुक्त सिरमौर के निर्देशों के अनुसार, भारी बारिश के चलते सोमवार को जिला के सभी शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए थे। अध्यापकों को घर से ही ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश जारी किए गए। जिला प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि नदी-नालों के किनारे रहने वाले लोग सतर्क रहें, किसी भी प्रकार की असावधानी न बरतें और प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें। नुक़सान के आकलन और बहाली का कार्य प्राथमिकता पर जारी है।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group





