तीन दिनों से नहीं आई डीजल की सप्लाई, 160 रूट होंगे सीधे-सीधे प्रभावित
HNN/नाहन
ट्रक ऑपरेटरों की देशव्यापी हड़ताल ने अपना असर दिखना शुरू कर दिया है। दो दिनों से राशनिंग के सहारे चल रही एचआरटीसी की बसों के लिए अब एक दिन का डीजल मात्रा शेष बचा है। माना जा सकता है कि मंगलवार दोपहर बाद से एचआरटीसी की बसों के पहिए थम जाएंगे। यही नहीं डीजल का संकट प्राइवेट रूट बसों पर भी दिखना शुरू हो गया है। निजी बस संचालकों का कहना है कि जिला के कई पेट्रोल पंप पर तेल खत्म हो चुका है इसके बाद उनकी गाड़ियां भी मजबूरन रुक जाएगी।
बता दें कि बीते शुक्रवार से ऊना तेल डिपो से एचआरटीसी के पेट्रोल पंपों पर सप्लाई नहीं पहुंची है। जिला सिरमौर में एचआरटीसी का मुख्य डिपो नाहन और सब डिपो पांवटा साहिब में है। सब डिपो पांवटा साहिब में 15000 तथा नाहन मुख्य बस अड्डा स्थित पेट्रोल पंप पर 20,000 की कैपेसिटी के टैंक हैं। सोमवार दोपहर तक नाहन के पास केवल 2600 लीटर जबकि सुबह 9:00 बजे तक पांवटा साहिब सब डिपो में 7000 लीटर डीजल ही बचा था।
यहां यह भी बता दें कि नाहन से चलने वाली रोडवेज की बसों की तेल खपत 5000 लीटर तथा पांवटा साहिब की 1500 लीटर प्रतिदिन की खपत है। विशेष बचे डीजल से अनुमान लगाया जा सकता है कि जिला सिरमौर एचआरटीसी पर अब डीजल का संकट मंडरा आ गया है।
सूत्रों की माने तो अभी ट्रक ऑपरेटरों की हड़ताल खत्म होने के दूर-दूर तक आसार भी नजर नहीं आ रहे हैं। जिला सिरमौर के निजी पेट्रोल पंप संचालकों का कहना है कि उनका तेल बद्दी से और ऊना से आता है मगर उनके टैंकर्स को आने नहीं दिया जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बवेजा पेट्रोल पंप नाहन में सिर्फ एक दिन का पेट्रोल बचा है जबकि डीजल सोमवार को सुबह 11:00 ही खत्म हो चुका था। सिरमौर के गिने चुने पेट्रोल पंप पर डीजल और पेट्रोल बहुत कम मात्रा में बचा है। अब यदि दो दिन और डीजल और पेट्रोल की सप्लाई नहीं हुई तो हजारों की तादात में वाहनों की रफ्तार भी जिला सिरमौर में थम जाएगी।
उधर, रीजनल मैनेजर हिमाचल पथ परिवहन निगम जिला सिरमौर राकेश कुमार ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि तेल खत्म हो जाने के बाद मजबूरन तमाम बसें और रूट बंद हो जाएंगे।