सरकार के फैसले से स्कूली बच्चों, महिलाओं और ग्रामीण यात्रियों को भारी परेशानी होगी। भाजपा ने चेतावनी दी है कि यदि आदेश वापस नहीं लिया गया तो जनता सड़कों पर उतरेगी।
संगड़ाह
सरकारी रूटों को घाटे में दिखाकर निजी ऑपरेटरों को फायदा देने का आरोप
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सिरमौर जिले में एचआरटीसी की 16 बस सेवाएं बंद करने के सरकार के फैसले पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता मेलाराम शर्मा ने कहा कि यह निर्णय न केवल जनविरोधी है बल्कि स्कूली बच्चों, किसानों, महिलाओं और दैनिक यात्रियों के हितों के खिलाफ भी है। उन्होंने इसे ‘घोर अन्याय’ करार देते हुए सरकार पर निजी बस ऑपरेटरों को फायदा पहुंचाने का आरोप लगाया।
जनसेवा के नाम पर कल्याणकारी योजनाओं को ठप कर रही है सरकार
मेलाराम शर्मा ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम की बस सेवाएं पिछले चार दशकों से समाज के कमजोर वर्गों को राहत देती आई हैं। सुक्खू सरकार ने अब इन्हें घाटे का हवाला देकर बंद करना शुरू कर दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब इन रूटों पर अक्सर छतों तक सवारियां होती थीं, तो घाटे का तर्क कैसे दिया जा सकता है?
निजी ऑपरेटर घाटे में रूट कैसे चलाएंगे, सरकार दे जवाब
भाजपा प्रवक्ता ने सरकार से पूछा कि यदि ये रूट वास्तव में घाटे में थे, तो कोई निजी बस संचालक इन्हें कैसे चला सकता है? उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम जनता के हितों को नजरअंदाज कर सिर्फ मुनाफाखोरी की दिशा में उठाया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार “व्यवस्था परिवर्तन” के नाम पर जनहित की योजनाओं को खत्म कर रही है।
भाजपा की चेतावनी – आदेश वापस लो, नहीं तो सड़कों पर उतरेगा जनआक्रोश
मेलाराम शर्मा ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने यह ‘तुगलकी फरमान’ वापस नहीं लिया, तो भाजपा और आम जनता इस अन्याय के खिलाफ सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार का यह फैसला सिरमौर जिले के दूरदराज के ग्रामीण इलाकों की यातायात व्यवस्था को पूरी तरह चरमरा देगा।
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