विश्व खाद्य दिवस पर ‘स्वस्थ कल के लिए अब सुरक्षित भोजन’

कृषि विभाग की बड़ी पहल, हर कार्यक्रम में मिलेगा बिक्री काउंटर

HNN / नाहन

जिला सिरमौर कृषि विभाग के द्वारा कार्यालय परिसर में विश्व खाद्य दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बतौर मुख्य अतिथि उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम द्वारा की गई। जिसमें ग्रामीण व दूरदराज क्षेत्रों से आए किसानों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। स्वस्थ कल के लिए अब सुरक्षित भोजन थीम के साथ आयोजित किए गए खाद्य दिवस कार्यक्रम में विभाग के द्वारा प्रदर्शनों का भी आयोजन किया गया। इन प्रदर्शनों का शुभारंभ उपायुक्त जिला सिरमौर आर के गौतम के द्वारा रिबन काटकर किया गया। इस मौके पर किसानों तथा महिला स्वयं सहायता समूह के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गई प्रदर्शनीयों का भी उपायुक्त के द्वारा निरीक्षण किया गया।

प्रदर्शनी में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत उगाए गए उत्पादों को भी प्रदर्शित किया। बड़ी बात तो यह है कि इस बार जिला सिरमौर कृषि विभाग के द्वारा ना केवल उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई बल्कि उन्हें बिक्री के लिए भी रखा गया। उपनिदेशक जिला सिरमौर कृषि विभाग डॉ राजेंद्र ठाकुर ने बताया कि अन्य प्रदेशों के साथ विभागीय योजनाओं की भी प्रदर्शनी लगाई गई है। जिसमें सोलर, फेंसिंग, पॉलीहाउस पावर, वीडर आदि भी प्रदर्शित किए गए। तो वही कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण आत्मा परियोजना निदेशक साहिब सिंह ने बताया कि प्राकृतिक खेती किसानों के लिए वरदान साबित हो रही है।

उन्होंने बताया कि यदि भोजन में चावल और गेहूं के साथ साथ मोटा अनाज भी शामिल कर लिया जाए तो किसी भी प्रकार के विटामिन लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि भोजन में फ्रूट मिनरल मोटा अनाज आदि शामिल किया जाना चाहिए। जिसमें रागी (मंडवा), कोनी बाजरा, बकव्हीट आदि शामिल है। वही उपायुक्त सिरमौर आरके गौतम ने बताया कि कम जमीन के साथ प्राकृतिक खेती एक बड़ा मुनाफे का साधन है। उन्होंने बताया कि अब रसायनिक खादों की जगह प्राकृतिक खाद उपचार के माध्यम से फसल को जहर मुक्त बनाया जा सकता है।

उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि विश्व खाद्य दिवस पर पूरे जिला सिरमौर के सभी खंडों पर भी इसी प्रकार कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। जिसका मुख्य उद्देश्य एक स्वस्थ कल के लिए आज जो हम भोजन कर रहे हैं वह ऑर्गेनिक हो और ऑर्गेनिक उत्पाद ना केवल किसान को एक अच्छा मुनाफा देती है बल्कि आम लोगों को भी उत्तम स्वास्थ्य और निरोग काया मिलती है। उपायुक्त सिरमौर ने यह भी बताया कि विभाग के सौजन्य से किसानों द्वारा प्राकृतिक खेती के तहत उगाए गए उत्पादों को हर कार्यक्रम में प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जाएगा।

उन्होंने यह भी बताया कि जल्द ही कृषि विभाग मुख्यालय प्रांगण में बिक्री केंद्र भी स्थापित किया जाएगा। जिसमें किसान अथवा स्वयं सहायता समूह ऑर्गेनिक उत्पाद बेच पाएंगे। इस मौके पर एक बैठक का भी आयोजन किया गया। जिसमें किसानों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया गया। विशेषज्ञों के माध्यम से प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को लेकर किसानों को महत्वपूर्ण जानकारियां भी उपलब्ध कराई गई। इस मौके पर आईपीएच विभाग के अधीक्षण अभियंता जोगिंदर सिंह ठाकुर भी मौजूद रहे।

आयोजित प्रदर्शनी में शी हाट की महिलाओं के द्वारा सिरमौरी रसोई का भी आयोजन किया गया। जिसमें सिडू, पटंडे, अशकली, अनार दाने की चटनी, खीर और पूड़े भी बनाकर किसानों को परोसे गए। कोलर पंचायत के युवा हितेश शर्मा के द्वारा नौकरी छोड़ कर प्राकृतिक खेती के तहत पपीते से अपना रोजगार शुरू किया गया। हितेश के द्वारा प्रदर्शनी में अपने खेत के पपीते व अन्य प्राकृतिक उत्पादों को भी रखा गया। बड़ी बात तो यह है कि आजकल ऑर्गेनिक पपीता कहीं नहीं मिलता। जबकि कोलर निवासी हितेश ने ऑर्गेनिक पपीते की खेती शुरू की है।

आयोजित प्रदर्शनी में नैहर सवार पंचायत की महिलाओं के द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत अपने घरेलू उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। जिसमें ऑर्गेनिक अखरोट, ऑर्गेनिक अदरक, लहसुन के अलावा शुद्ध देसी गाय का घी भी प्रदर्शित करने के साथ-साथ बिक्री हेतु रखा गया। बरहाल, हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग को जिस प्रकार डॉ आरके परुथी जैसा अधिकारी मिला है उससे निश्चित ही कृषि विभाग ना केवल प्रदर्शनोंयो तक सीमित रहेगा बल्कि किसानों को अब बाजार में उपलब्ध कराएगा।



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