हिमाचल ने राष्ट्रीय स्तर पर 3 पुरस्कार जीते
हिमाचल प्रदेश ने केंद्रीय पंचायती राज मंत्रालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार समारोह में तीन महत्वपूर्ण पुरस्कार जीते हैं। इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देशभर की पंचायतों द्वारा किए गए बेहतर कार्यों को सम्मानित किया। पुरस्कार समारोह नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया, जिसमें केंद्रीय पंचायती राज मंत्री राजीव रंजन सिंह और केंद्रीय राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल भी उपस्थित थे।
हिमाचल के प्रदर्शन का अहम योगदान
समारोह में देश भर की पंचायतों को 9 प्रमुख थीम के तहत बेहतर कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। हिमाचल प्रदेश के 15 प्रतिनिधियों को इस आयोजन में बुलाया गया था। इन थीमों में ‘गरीबी मुक्त पंचायत’, ‘स्वस्थ पंचायत’, ‘जल पर्याप्त पंचायत’, ‘स्वच्छ पंचायत’, ‘सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत’ जैसी श्रेणियाँ शामिल थीं।
पुरस्कारों की श्रेणियाँ और प्राप्तियां
हिमाचल प्रदेश ने कुल तीन पुरस्कार जीते:
- जल पर्याप्त पंचायत: ग्राम पंचायत सिकंदर (ब्लॉक बमसन, जिला हमीरपुर) को राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान मिला। इस पंचायत को ₹75 लाख का पुरस्कार प्राप्त हुआ।
- सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत: ग्राम पंचायत थानेदार (ब्लॉक नारकंडा, जिला शिमला) को भी राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त हुआ और ₹75 लाख की राशि पुरस्कार के रूप में मिली।
- नानाजी देशमुख सर्वोत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार: ग्राम पंचायत थानाधार को तीसरा स्थान मिला, जिसके तहत पंचायत को ₹50 लाख की राशि दी जाएगी।
सम्मानित अधिकारी और पंचायत प्रतिनिधि
राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार समारोह में हिमाचल प्रदेश के कई प्रमुख पंचायत प्रतिनिधियों और अधिकारियों को सम्मानित किया गया। इनमें शामिल हैं:
- नीरज चांदला: अतिरिक्त निदेशक और संयुक्त सचिव (पीआर)
- वीना देवी: लाहुल स्पीति जिला परिषद अध्यक्ष
- किरण शर्मा: पंचायत समिति अध्यक्ष, श्री नैना देवी जी, बिलासपुर
- सुमन: पंचायत समिति अध्यक्ष, नालागढ़, सोलन
- राजेश्वरी शर्मा: पंचायत प्रधान, बाग पशोग, पच्छाद, सिरमौर
- विपिन कुमार: पंचायत प्रधान, कोल्हापुर, प्रागपुर, कांगड़ा
- संदीप कुमार: पंचायत प्रधान, थानेदार, नारकंडा, शिमला
- पवन कुमार: पंचायत प्रधान, सिकंदर, बमसन, हमीरपुर
- मिथिलेश कुमार: पंचायत प्रधान, बखान, निरमंड, कुल्लू
इसके अतिरिक्त, कई पंचायत सचिवों और अन्य अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया, जिनमें टेकचंद, पवन कुमार, और राजकुमार प्रमुख हैं।
कुल मिलाकर पुरस्कारों की प्रभावी उपलब्धि
हिमाचल प्रदेश ने इन पुरस्कारों के माध्यम से यह सिद्ध कर दिया कि राज्य के पंचायत क्षेत्र में लगातार सुधार और विकास हो रहा है। इन पुरस्कारों से राज्य की पंचायतों को और अधिक प्रोत्साहन मिलेगा और विकास कार्यों में गति आएगी।