Himachalnow / कांगड़ा
राज्यसभा सांसद सुश्री इंदु गोस्वामी ने संसद भवन में केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मुलाकात कर बैजनाथ मंदिर के संरक्षण और विकास पर विस्तृत चर्चा की। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि बैजनाथ मंदिर के गर्भगृह में स्थित शिवलिंग की जलेहरी संगमरमर से बनी है, जिसकी समय-समय पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा मरम्मत करवाई जाती है। श्रद्धालुओं द्वारा दूध, तेल और शहद से शिवलिंग का नियमित अभिषेक किए जाने के कारण जलेहरी में छोटे-छोटे छिद्र हो जाते हैं, जिन्हें समय रहते ठीक कर लिया जाता है ।
मंत्री ने यह भी बताया कि मंदिर के शिखर से पानी के रिसाव को रोकने के लिए उचित संरक्षण उपाय किए गए हैं। चालू वित्तीय वर्ष में मंदिर में टैगिंग और अन्य विकास कार्यों के लिए पर्याप्त बजट प्रावधान किया गया है। इन कार्यों का उद्देश्य मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए और अधिक सुविधाजनक बनाना और इसे धार्मिक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करना है, जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सकें ।
सुश्री इंदु गोस्वामी ने मंत्री को कांगड़ा जिले का दौरा करने का निमंत्रण दिया, ताकि वे खुद वहां के हेरिटेज स्थलों की स्थिति का निरीक्षण कर सकें और उनके संरक्षण के लिए उचित कदम उठाने हेतु बजट का प्रावधान कर सकें। उन्होंने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और बैजनाथ मंदिर के संरक्षण के लिए की गई पहल की प्रशंसा की ।
बैजनाथ मंदिर को धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर प्रमुख स्थान दिलाने और स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए यह प्रयास महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस पहल से मंदिर के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को सुरक्षित रखते हुए श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकेंगी ।