HNN/बिलासपुर
बिलासपुर जिले की 29 पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित किया गया है। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, बिलासपुर द्वारा बचत भवन में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। समारोह की अध्यक्षता उपायुक्त बिलासपुर, आबिद हुसैन ने की। उन्होंने संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधियों को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
उपायुक्त आबिद हुसैन ने इस सफलता को जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के सामूहिक प्रयासों का परिणाम बताया और कहा कि जल्द ही जिला बिलासपुर को पूरी तरह से टीबी मुक्त करने की दिशा में प्रयास तेज किए जाएंगे। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की प्रशंसा की और कहा कि टीबी मुक्त घोषित की गई पंचायतों पर सतत निगरानी की जाएगी ताकि अगले वर्ष इन पंचायतों का नाम टीबी मुक्त सूची में बरकरार रखा जा सके।
उपायुक्त ने बताया कि किसी भी पंचायत को टीबी मुक्त घोषित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की एसओपी का पालन अनिवार्य है। इसके तहत, प्रत्येक 1,000 लोगों पर संभावित टीबी रोगियों की जांच दर 30 से अधिक होनी चाहिए, और 1,000 जनसंख्या पर 1 या उससे कम टीबी रोगी होना चाहिए। इसके अतिरिक्त, 85 प्रतिशत टीबी रोगियों को सफलतापूर्वक इलाज पूरा करना आवश्यक है। साथ ही, बलगम जांच द्वारा टीबी पॉजिटिव पाए गए रोगियों में से 60 प्रतिशत की यूडीएसटी जांच होनी चाहिए। निक्षय पोषण योजना के तहत, सभी टीबी रोगियों को कम से कम एक किस्त मिलनी चाहिए, और निक्षय मित्रों द्वारा उन्हें पोषण सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
टीबी मुक्त पंचायतों की सूची:
बाड़ी मझेड़वा, पट्टा, लहरी सरेहल, गतवाड़, लंजटा, मरहाणा, सलोन उपरली, बल्हचुराणी, हरलोग, त्यूनखास, पटेड़, मैहरी काथला, जेजवीं, बैहना ब्राह्मणा, कल्लर, कोठीपुरा, नौणी, बस्सी, स्वाहण, टाली, बैहल, कोंडावाला, टोबा संगवाण, भाखड़ा, मजारी, नकराणा, लैहरी, रोड जामण, तरसूह।
इस अवसर पर जिला टीबी अधिकारी डॉक्टर अनंतराम, कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर परविंदर सिंह, कार्यक्रम अधिकारी डॉक्टर दीपक, बीएमओ डॉक्टर महेश जयसवाल, डॉक्टर आलोक सिंगला, डॉक्टर एस. एस. बाबा और सभी संबंधित पंचायतों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।