संगड़ाह-चौपाल मार्ग पर छोटे वाहनों के लिए यातायात बहाल
HNN / संगड़ाह
बर्फ से प्रभावित उपमंडल संगड़ाह की सड़कों व वादियों मे रविवार को छुट्टी के चलते सैलानियों की भारी भीड़ दिखी। मां भंगायणी मंदिर हरिपुरधार मे भी काफी संख्या मे श्रद्धालु पंहुचे। संगड़ाह-चौपाल मार्ग पर गत 22 जनवरी को हुए भारी हिमपात के बाद बर्फ हटाने मे लोक निर्माण विभाग को 9 दिन लग गए, हालांकि इस सड़क पर बसों की आवाजाही शुरू होना शेष है।
शनिवार को जहां हरिपुरधार तक छोटे वाहन चल पड़े थे, वहीं शेष 6 किलोमीटर बर्फीली सड़क पर भी यातायात बहाल किया जा चुका है। इस सड़क पर हालांकि छोटी गाड़ियां चल पड़ी है, मगर बस ऑपरेटर्स व एचआरटीसी के चालकों के अनुसार सड़क बड़े वाहनों के चलने लायक अभी नही है। विभाग के अनुसार संगड़ाह-गत्ताधार, नौहराधार-हरिपुरधार व संगड़ाह-नौहराधार सड़कों पर पहले ही बर्फ हटाई जा चुकी है।
भारी बर्फबारी के बाद उपमंडल संगड़ाह की तीन मुख्य सड़कों व साथ लगती वादियों अथवा घासनियों मे पर्यटकों की काफी भीड़ देखी जा रही है। क्षेत्र में सबसे ज्यादा संख्या हरियाणा की गाड़ियों की देखी गई, जबकि चंडीगढ़, दिल्ली, पंजाब व उत्तराखंड आदि राज्यों के साथ-साथ सिरमौर जिला के ही नाहन व पांवटा आदि क्षेत्रों से भी सैंकड़ों लोग बर्फ देखने के लिए पहुंच चुके हैं।
आम दिनों में वीरान रहने वाली हिमपात से प्रभावित क्षेत्र की वादियों अथवा घासनियों मे बर्फ देखने आ रहे लोग सैल्फी लेते और मौज-मस्ती करते दिख रहे हैं। क्षेत्र मे मौजूद होटल, गेस्ट हाउस व होमस्टे आदि मे कल से हाऊसफुल हो रहा है। पिछले करीब 2 दशक से मूलभूत सुविधाओं व बदहाल सड़कों के बावजूद हर साल यहां सैलानियों की संख्या बढ़ रही है। इलाके की बर्फीली वादियां पडोसी राज्यों के मध्यम वर्गीय लोंगो के लिए सस्ती सैरगाहें साबित हो रही है, क्योंकि यहां प्रदेश के शिमला व मनाली जैसे मशहूर पर्यटक स्थलों जैसी मंहगाई नहीं है।
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता संगड़ाह रतन शर्मा ने कहा कि, संगड़ाह-चौपाल मार्ग के शेष हिस्से से भी बर्फ हटाने का काम पूरा हो चुका है।