रजनीश किमटा ने देहरादून से निजी कंपनी का ट्रायल हेतु हायर किया हेलीकॉप्टर
HNN/ सिरमौर
शिमला सिरमौर के प्रमुख आराध्य देव स्थान सबसे ऊंची चोटी चूड़धार पर हेलीकॉप्टर का सफल ट्रायल संभव हो गया है। तीन बार हुई इस ट्रायल लैंडिंग में धार्मिक पर्यटन स्थल के लिए हेली सेवा हेतु रास्ता अब साफ होता नजर आ गया है। बड़ी बात तो यह है कि इस हेली ट्रायल को प्रदेश कांग्रेस के महासचिव व स्थानीय नेता रजनीश किमटा ने देहरादून से निजी खर्चे पर हेरिटेज एविएशन कंपनी का सिक्स सीटर चौपर मंगाया था।
यह सफल ट्रायल चूड़धार के चौपाल शिमला संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले कालाघाट अस्थाई हेलीपैड पर करवाया गया था। इस ट्रायल के दौरान चूड़धार मंदिर समिति के कमिश्नर, डीसी शिमला आदित्य नेगी, अध्यक्ष एसडीएम चौपाल नारायण सिंह चौहान तथा प्रशासन के अन्य अधिकारी भी मुख्य रूप से मौजूद रहे। पर आप जानकारी के अनुसार यह ट्रायल आज बुधवार की सुबह 9:30 पर करवाया गया था।
इस ट्रायल का मुख्य उद्देश्य इस प्रमुख धार्मिक पर्यटन स्थल को पर्यटन के नजरिया से हेली टैक्सी सेवाओं से जोड़ने तथा आपदा व अन्य राजकीय गतिविधियों को मूर्त रूप देने के उद्देश्य से किया गया है। इस सफल ट्रायल के बाद हिमाचल, चंडीगढ़ और देहरादून के साथ हेली सेवाएं शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है। बता दें कि इस सिक्स सीटर हेलीकॉप्टर में प्रदेश कांग्रेस महासचिव रजनीश किमटा सहित डीसी एसडीएम ने भी फ्लाइट ली थी।
एसडीएम नारायण चौहान ने बताया कि चोपर में आए एविएशन एक्सपर्ट्स ने इस हेलीपैड को छोटे हेलीकॉप्टर लैंडिंग के लिए बेहतर स्थान बताया है। हेलीकॉप्टर की इस सफल लैंडिंग के दौरान भारी संख्या में स्थानीय लोग भी उपस्थित थे। तीन हेलीकॉप्टर को उड़ने और लैंड किए जाने के दौरान लोगों में काफी उत्साह था। लैंडिंग की सफलता को लेकर लोगों ने चूड़ेश्वर महाराज के जमकर जयकारे भी किये।
बता दें कि जिस स्थान पर इस हेलीपैड का चयन किया गया है उसी स्थान से मुख्य मंदिर तक की दूरी अब केवल 600 मीटर ही रह जाएगी। यहां यह भी बताना जरूरी है कि इस प्रमुख धार्मिक स्थल तक जाने के लिए नोहराधार से मंदिर की दूरी 19 किलोमीटर है तो वहीं चौपाल क्षेत्र के सराहा से मंदिर की दूरी करीब 7 किलोमीटर खड़ी चढ़ाई की है। खबर की पुष्टि एसडीएम चौपाल नारायण चौहान के द्वारा की गई है।