विशेषज्ञों ने संतुलित आहार और सामुदायिक भागीदारी के महत्व पर दिया बल
ऊना/वीरेंद्र बन्याल
राजकीय महाविद्यालय चौकीमन्यार में ‘पोषण माह’ के अवसर पर एनएसएस इकाई की ओर से एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर आयोजित व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप में राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल तलमेहड़ा की प्रमुख पोषण विशेषज्ञ डॉ. जागृति दत्ता और डॉ. इंदु भारद्वाज ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. बलविंदर सिंह राणा ने की, जबकि संचालन एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राम सिंह ने किया।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
संतुलित आहार से संभव है स्वस्थ समाज का निर्माण
अपने संबोधन में डॉ. जागृति दत्ता ने कहा कि जीवन के विकासात्मक चरणों — विशेषकर किशोरावस्था और महिलाओं — के लिए संतुलित आहार अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने विविध आहार, नियमित स्वास्थ्य जांच और सामुदायिक सहभागिता को कुपोषण से लड़ने का प्रभावी उपाय बताया। डॉ. दत्ता ने कहा कि “एक स्वस्थ राष्ट्र की नींव सही पोषण से ही रखी जा सकती है।”
युवाओं को पोषण के दूत बनने का आह्वान
डॉ. इंदु भारद्वाज ने भारत सरकार के “पोषण अभियान” की जानकारी देते हुए बताया कि यह केवल भोजन की उपलब्धता तक सीमित नहीं है, बल्कि यह शिक्षा, संसाधनों और स्वस्थ जीवनशैली की आदतों से जुड़ा है। उन्होंने विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे पोषण के दूत बनकर समाज में जागरूकता फैलाएं।
विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर लिया भाग
कार्यक्रम में विद्यार्थियों के लिए संवादात्मक सत्र और प्रश्नोत्तर दौर का आयोजन भी किया गया, जिसमें छात्रों ने स्वास्थ्य, पोषण और जीवनशैली से संबंधित प्रश्न पूछे। विशेषज्ञों ने उनके सभी प्रश्नों का व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का समापन संकल्प और धन्यवाद के साथ
अंत में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. बलविंदर सिंह राणा ने दोनों विशेषज्ञों का आभार व्यक्त किया और सभी विद्यार्थियों से “संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने” का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
📢 लेटेस्ट न्यूज़
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group





