HNN/ नाहन
सरकारी योजना जब जनहित के लिए कारगर साबित हो जाती है तो उसका श्रेय सरकार को जाता है। यह श्रेय तभी मिल पाता है जब अधिकारी अपनी पूरी निष्ठा के साथ उस कार्य को अंजाम देते हैं। एक बेहतरीन व्यवस्था की इस कसौटी पर जिला सिरमौर प्रशासन जल संरक्षण अभियान में खरा उतरा है। प्रदेश के 10 जिलों को मिले अमृत सरोवर बनाने के लक्ष्य में सिरमौर ने बाजी मारी है।
![](https://himachalnownews.com/wp-content/uploads/2022/08/Sirmaur-became-the-number-o.jpg)
आजादी के अमृत महोत्सव की 75वीं वर्षगांठ यानी 15 अगस्त तक इन सभी जिलों को 75 अमृत सरोवर बनाए जाने का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें सिरमौर प्रशासन के द्वारा 15 अगस्त से पहले ही 75 अमृत सरोवर तैयार कर लिए गए। तो वही 73 अमृत सरोवर बनाकर मंडी जिला दूसरे स्थान पर जबकि 61 अमृत सरोवर बनाकर चंबा जिला तीसरे स्थान पर रहा है।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
बड़ी बात तो यह है कि जिला सिरमौर की भौगोलिक परिस्थितियां बड़ी कठिन है। बावजूद इसके जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के साथ टीम वर्क में जिलाधीश आरके गौतम के नेतृत्व में यह कार्य संपन्न कर लिया गया है। बड़ी बात तो यह है कि यह अमृत सरोवर ना केवल जमीन के वाटर लेवल को बढ़ाने में मददगार साबित होंगे बल्कि कृषि मत्स्य पालन के साथ-साथ पर्यटन के नजरिए से भी कारगर साबित होंगे।
यही नहीं मृदा संरक्षण के साथ-साथ यह अमृत सरोवर संबंधित पंचायतों के लिए रोजगार परक भी साबित हुए हैं। सिरमौर प्रशासन की इस उपलब्धि पर उपायुक्त सिरमौर आर के गौतम के द्वारा एक प्रेस वार्ता भी आयोजित की गई। उपायुक्त सिरमौर के द्वारा इस उपलब्धि को लेकर समस्त अधिकारियों और मनरेगा के तहत कार्य करने वाले कर्मियों को बधाई का पात्र बताया।
उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि यह अमृत सरोवर 5 तथा 10 लाख लीटर से अधिक की कैपेसिटी के हैं। उन्होंने बताया कि प्रत्येक अमृत सरोवर 500 से लेकर 5000 स्क्वायर मीटर तक का एरिया कवर करता है। उन्होंने बताया कि इन अमृत सरोवर को बनाए जाने का मुख्य उद्देश्य जल संरक्षण के साथ-साथ ग्रामीण व स्वयं समूह सहायता की महिलाओं को जागरूक करना भी है। उपायुक्त सिरमौर ने बताया कि बनाए गए सरोवरों में सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि सरोवर के आसपास प्रोटेक्शन वायर लगा कर संरक्षित जल में लाइफ जैकेट के तौर पर टायर की ट्यूब डाले जाएंगे। बड़ी बात तो यह है कि बनाए गए सरोवरों का लोकार्पण संबंधित पंचायतों के वरिष्ठ नागरिकों से करवाया गया है। बता दें कि सिरमौर में सबसे ज्यादा पच्छाद विधानसभा क्षेत्र में 27, नाहन विकासखंड में 11, पांवटा साहिब में 13 , संगड़ाह में 8, राजगढ़ विकासखंड में 7, तिलोर धार में 5 तथा शिलाई विकासखंड में चार अमृतसर सरोवरों का निर्माण कार्य पूरा किया गया है।
जिला सिरमौर प्रशासन की सबसे बड़ी बात तो यह है कि पंद्रह अगस्त पर जो बाकी अमृत सरोवर बन चुके हैं उनका लोकार्पण शहीद परिवार के सदस्य, वरिष्ठ नागरिक अथवा स्वतंत्रता सेनानी से करवाया जाएगा। यही नहीं 15 अगस्त के दिन इन सभी अमृत सरोवरों पर तिरंगा भी लहराया जाएगा। बरहाल, जिला सिरमौर प्रशासन ना केवल अमृत सरोवर बल्कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर भी प्रदेश में द बेस्ट साबित हुआ है।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group