HNN / धर्मशाला
नशा और उससे संबंधित कारोबार पर नकेल कसने के लिए प्रशासन और समाज के संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। यह बात उपायुक्त कार्यालय धर्मशाला में जिला नार्कोटिक्स समन्वय टीम की बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीसी कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने कही। उपायुक्त ने कहा कि नशा और उसकी तस्करी प्रशासन और समाज दोनों के लिए बड़ा खतरा होने के साथ-साथ चुनौती भी है। उन्होंने कहा कि इससे निपटने के लिए समाज के सभी वर्गों को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए निडर होकर प्रशासन का सहयोग करने के लिए आगे आने की आवश्यकता है।
समन्वय के साथ कार्य करें सभी विभाग
डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि नशे की रोकथाम सिर्फ एक विभाग की ही जिम्मेदारी नहीं है। इसको नियंत्रित करने के लिए सभी विभागों को बेहतर समन्वय के साथ कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, आबकारी, वन और पंचायती राज जैसे विभागों को बहुत निकट समन्वय के साथ कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नशा और उसकी तस्करी से संबंधित कोई भी जानकारी तुरंत प्रशासन और पुलिस तक पहुंचे, उसके लिए सभी विभागों को अपनी आंखे खुली रखने की आवश्यकता है।
10 से 25 जून तक चलेगा भांग उखाड़ने का अभियान
उपायुक्त ने बताया कि भांग के पौधों को उखाड़ने और उसकी पैदावार पर अंकुश लगाने के लिए जिले में हर वर्ष 10 से 20 जून तक एक समर्पित अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में शिक्षण संस्थानों, पंचायतों, गैर सरकारी संस्थाओं, यूवक मंडलों, महिला मंडलों और समाज के विभिन्न घटकों को जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि इस अभिायान के दौरान अच्छा कार्य करने वालों को 26 जून अंतरराष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस के उपलक्ष्य पर प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
जागरुकता शिविरों के लिए तैयार होगा डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान
डीसी ने कहा कि नशे से युवा पीढ़ी को बचाने के लिए प्रशासन और पुलिस के साथ अन्य विभागों द्वारा भी जागरुकता अभियान चलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जागरुकता शिविरों के लिए डिस्ट्रिक्ट एक्शन प्लान तैयार किया जाएगा। जिसके तहत पुलिस और सामान्य प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य, शिक्षा, पंचायती राज, आबकारी, जिला कल्याण विभाग सहित गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा उच्च शिक्षण संस्थानों मे जागरुकता शिविर आयोजित किये जाएंगे।
नशे के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस नीति के साथ करेंगे कार्य: एसपी
जिला नार्कोटिक्स समन्वय समिति के संयोजक पुलिस अधीक्षक कांगड़ा डॉ. खुशाल शर्मा ने कहा कि नशे की तस्करी और उसके सेवन के प्रति पुलिस विभाग जीरों टॉलरेंस नीति के साथ कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा जिला में नशा तस्करों को पकड़ने और उनके नेटवर्क को कमजोर करने के लिए कारगर प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त पुलिस विभाग द्वारा शिक्षण संस्थानों में जागरुकता शिविरों का भी आयोजन किया जा रहा है।