शिमला
घरेलू विवाद के बाद श्रमिक शिविर में दिल दहला देने वाली वारदात , आरोपी ने किया जुर्म कबूल
झगड़े के बाद लकड़ी की छड़ी से की बेरहमी से पिटाई
शिमला जिले के कोटखाई उपमंडल में रविवार शाम एक दर्दनाक घटना सामने आई। देई क्षेत्र के एक श्रमिक शिविर में 56 वर्षीय नेपाली मजदूर जीत बहादुर ने अपनी 50 वर्षीय पत्नी दीपा की पीट-पीटकर हत्या कर दी। घरेलू झगड़े के बाद गुस्से में उसने पास रखी लकड़ी की छड़ी से पत्नी की बेरहमी से पिटाई कर दी, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। आरोपी को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 103(1) के तहत हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
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मजदूर की सूचना पर खुला मामला
घटना की जानकारी सबसे पहले हरी कृष्ण धांटा को वहां कार्यरत नेपाली मजदूर रमेश डांगी ने दी। रमेश ने बताया कि दीपा बेहोशी की हालत में पड़ी थी और उसके शरीर पर चोटों के गहरे निशान थे। हरी कृष्ण ने तुरंत मकान मालिक राम धनी और कोटखाई पुलिस को इसकी जानकारी दी। जब पुलिस घटनास्थल पर पहुंची तो दीपा मृत अवस्था में मिली और उसके शरीर पर गहरी चोटों व खून के सूखे धब्बे मिले।
प्रारंभिक पूछताछ में आरोपी ने कबूला जुर्म
मौके पर जांच के दौरान आरोपी पति जीत बहादुर से पुलिस ने पूछताछ की। उसने कबूला कि 31 मई को उसका और दीपा का झगड़ा हुआ था और गुस्से में उसने ही लकड़ी से पीटकर पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और साक्ष्य जुटाने के साथ अन्य मजदूरों से भी पूछताछ की जा रही है।
पुलिस कर रही विस्तृत जांच
कार्यकारी एसपी शिमला गौरव सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे हिरासत में लिया गया है। अब यह भी जांच की जा रही है कि घटना के वक्त शिविर में और कौन मौजूद था तथा दीपा की मृत्यु तुरंत हुई या वह कुछ समय तक घायल अवस्था में रही। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से इस बारे में स्थिति स्पष्ट होगी।
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