कन्हैयालाल दर्जी हत्याकांड के दो गुनहगारों को अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक इन्हें राजस्थान में ही रखा जाएगा। एनआईए की दस सदस्यीय टीम इनसे यहीं पर पूछताछ करेगी। वहीं दूसरी ओर मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार देर रात जिले के आईजी और एसपी को बदल दिया।
सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को मृतक कन्हैयालाल के परिवार से मुलाकात के बाद सीएम गहलोत ऐक्शन में आए और उदयपुर के एसपी मनोज कुमार और आईजी हिंगलाज दान को हटा दिया। सीएम का कहना था कि जब कन्हैयालाल ने शिकायत दर्ज कराते हुए सुरक्षा मांगी थी तो सुरक्षा क्यों नहीं दी गई।
कन्हैयालाल की हत्या के मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लग रहा है। दरअसल, कन्हैयालाल ने पत्र लिखकर पुलिस को शिकायत दी थी कि उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी मिल रही हैं। इतना ही नहीं उन्होंने पुलिस से सुरक्षा की मांग भी की थी। लेकिन पुलिस ने सुरक्षा देने के बजाय दोनों पक्षों में समझौता करा दिया।
कन्हैया लाल के बेटों ने भी आरोप लगाया था कि पुलिस ने अगर समय रहते सख्त कार्रवाई की होती, तो उनके पिता जिंदा होते।