डेढ़ करोड़ के टैक्स पर लोगों का कब्जा फिर भी एमसी ने दिया बड़ा मौका
HNN/ नाहन
आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया यह कहावत नाहन नगर परिषद पर बिल्कुल फिट बैठ रही है। एमसी से बेहतर सर्विसेज की अपेक्षाएं रखने वाले शहर के नागरिक टैक्स देने में नैतिकता का सबक सीखना ही भूल गए हैं।
हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि करीब 18,000 घरों की आबादी वाले शहर के लोगों का डेढ़ करोड़ के लगभग हाउस टैक्स पेंडिंग पड़ा है। बावजूद इसके लोग इमानदारी से टैक्स देने में गुरेज कर रहे हैं।
आज शनिवार को हुए हाउस में एक बार फिर एमसी नाहन के द्वारा लोगों को बकाया टैक्स देने के लिए कहा गया है। यही नहीं लोग इमानदारी से अपना टैक्स जमा कराएं इसको लेकर 10 परसेंट छूट देने का भी हाउस में प्रस्ताव पारित हुआ है।
यहां यह भी बताना जरूरी है कि नाहन नगर परिषद का महीने का खर्चा एक करोड़ के आसपास रहता है। तो वही आमदनी की बात की जाए तो 25 से 30 लाख के बीच में महीने की आय होती है। एमसी नाहन शहर को ना केवल स्वच्छ बनाने में बल्कि डोर टू डोर गार्बेज कलेक्शन में भी शहर के सभी 13 वार्डों में बराबर व्यवस्था बनाए हुए हैं।
हैरानी तो इस बात की है कि लोग इमानदारी से टैक्स देते नहीं है साथ ही गार्बेज कलेक्शन करने वाला अगर एक घंटा भी लेट हो जाता है तो एमसी की कार्यप्रणाली पर भी बड़े-बड़े सवालिया निशान लगाते हैं।
आज शनिवार को एमसी नाहन की अध्यक्ष श्यामा पुंडीर की अध्यक्षता में हाउस का आयोजन हुआ। जिसमें न केवल हाउस टैक्स बल्कि शहर में पालतू कुत्ते रखने वालों के ऊपर जो 1000 पर रजिस्ट्रेशन शुल्क लगाया गया था उसको लेकर भी चर्चा हुई।
हजार रुपए वार्षिक रजिस्ट्रेशन शुल्क को लेकर जो शहर में विरोध हो रहा था उस पर आज करीब एमसी नाम के द्वारा 900 रुपए की कटौती करते हुए यह रजिस्ट्रेशन शुल्क 100 रुपए कर दिया गया है। जानकारी तो यह भी है कि शहर में ऐसे कई लोग भी हैं जिन्होंने ना केवल एक बल्कि घर में कई कुत्ते पाल रखे हैं।
पालतू कुत्ते पालने वाले सुबह घूमने जाने के दौरान इन कुत्तों को पार्क आदि में भी ले जाते हैं, जहां इन कुत्तों की गंदगी से आम लोगों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ती है। एमसी नाहन के ऊपर ना केवल लोगों की जवाबदेही सुनिश्चित है बल्कि शहर में जो सौंदर्यीकरण किया गया था उसको बनाए रखना भी एक बड़ी जिम्मेवारी है।
एमसी की मासिक आय बहुत कम होने के बावजूद पार्क व अन्य सार्वजनिक स्थानों को मेंटेन रख पाना भी मुश्किल होता है। शनिवार को हुए हाउस में शहर में बने रेन शेल्टर को रंग रोगन आदि से सुसज्जित किया जाना साथ ही शहर के सभी सार्वजनिक शौचालयों में 22 सफाई कर्मचारियों की नियुक्तियां किए जाने का भी प्रस्ताव पारित हुआ है।
बरहाल एमसी नाहन से बेहतर अपेक्षा रखने वाले नहान शहर के नागरिकों को अब अपनी नैतिक जिम्मेवारी का भी गंभीरता के साथ निर्वहन करना होगा। ऐसे में यदि शहर के नागरिक शहर को सुंदर बनाए रखने में अपना निजी सहयोग भी करते हैं तो निश्चित ही नाहन की मुंसिपल कमेटी और अधिक बेहतर सुविधाओं के साथ शहर को नगीना साबित करने में कामयाब हो सकेगी।
शनिवार को आयोजित हुए हाउस में नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी संजय तोमर के अलावा सभी पार्षद भी उपस्थित रहे।