HNN/ मनाली
हिमाचल प्रदेश की पर्यटन नगरी मनाली में मानसून सीजन के चलते पर्यटन कारोबार प्रभावित होने लग पड़ा है। आलम है कि बहुत कम संख्या में पर्यटक पर्यटन नगरी मनाली का रुख करने लगे हैं। बता दें कि इस बार समर टूरिस्ट सीजन में देश के कोने-कोने से पर्यटक यहां पहुंचे थे जिससे पर्यटन कारोबार काफी अच्छा चला। परंतु अब मानसून शुरू होने के साथ ही पर्यटन कारोबार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
पर्यटन नगरी मनाली में सैलानियों की आमद घटने का मुख्य कारण चंद रोज पहले मणिकर्ण घाटी में बादल फटना बताया जा रहा है। बादल फटने के साथ ही आई बाढ़ ने घाटी में सब कुछ तबाह करके रख दिया जिससे कई लोग बह गए। इनमें से कई लोगों को तो रेस्क्यू कर लिया गया परंतु 5 के करीब लोग लापता हो गए जिनका अभी तक भी कोई सुराग नहीं लग पाया है।
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बाढ़ से हुए नुक्सान के बाद घाटी के लोगों में ही नहीं बल्कि बाहरी राज्यों से यहां घूमने आने वाले सैलानियों में भी दहशत का माहौल पैदा हो गया है। यही कारण है कि होटलों में जो ऑक्युपेंसी पहले 70 प्रतिशत थी अब वह घटकर 30 से 40 प्रतिशत तक रह गई है। बड़ी बात तो यह है कि आगामी दिनों के दौरान भी पर्यटकों की संख्या में और अधिक गिरावट आने की आशंका है।
उधर, होटल एसोसिएशन के प्रधान मुकेश ठाकुर ने कहा कि घाटी में फटे बादल के बाद सैलानियों की संख्या में भारी गिरावट आई है। उन्होंने कहा कि अक्सर मानसून सीजन के दौरान मनाली आने वाले पर्यटकों की संख्या में गिरावट आ जाती है। उन्होंने कहा कि अगर आगामी दिनों के दौरान भी पर्यटकों की संख्या में इसी तरह से गिरावट आती रही तो पर्यटन कारोबार पर इसका बुरा असर पड़ेगा।
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