HNN/ चंबा
शिक्षा बच्चों के जीवन का आधार है और बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए भविष्य में प्राथमिकता के आधार पर कार्य किए जाएंगे। विधायक नीरज नैय्यर राजकीय बालिका वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चंबा में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे।
उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि विधानसभा क्षेत्र चंबा में लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में पशुपालन और दुग्ध व्यवसाय महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अगुवाई में प्रदेश सरकार दुग्ध उत्पादन क्षेत्र को राष्ट्रीय डेयरी विकास कार्यक्रम के तहत वृहद स्तर पर सुदृढ़ किया जा रहा है ताकि हिमाचल, देश का दुग्ध उत्पादक राज्य बनकर उभरे।
उन्होेंने कहा कि हैली टैक्सी सेवा पर प्रदेश सरकार काम कर रही है जिसके लिए प्रदेश के सात जिलों को चिन्हित किया गया है जिसमें जिला चंबा का नाम भी शामिल है जो समस्त जिला वासियों के लिए हर्ष का विषय है। विधायक नीरज नैय्यर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने 101 करोड़ रुपये की लागत से मुख्यमंत्री सुख-आश्रय सहायता कोष का गठन किया है।
जिसके माध्यम से जरूरतमंद बच्चों एवं निराश्रित महिलाओं को इंजीनियरिंग कॉलेज,आईआईआईटी,एनआईटी, आईआईएम, आईआईटी, बहुतकनीकी संस्थानों, नर्सिंग एवं स्नातक महाविद्यालयों आदि में उच्च शिक्षा एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण उपलब्ध करवाया जाएगा। उन्होंने इस अवसर पर शिक्षा एवं खेल के अलावा अन्य बहुआयामी गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए और विद्यालय को 21 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि देने की भी घोषणा की।