हिमाचल प्रदेश में पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में प्रशासनिक जांच तेज हो गई है। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है, और उन्होंने ऊर्जा निगम को जांच के लिए आवश्यक फाइलों की लिस्ट सौंप दी है।
पिछले छह महीनों की फाइलों की होगी जांच
इस जांच के तहत विमल नेगी द्वारा साइन की गई फाइलों, उनके नोटिंग रिकॉर्ड, अटेंडेंस रजिस्टर और छुट्टियों का डेटा खंगाला जाएगा। यह वही समय अवधि है, जब विमल नेगी पर काम का अत्यधिक दबाव था।
नए एमडी ने कार्यभार संभालते ही जांच सूची प्राप्त की
ऊर्जा निगम में आईएएस अधिकारी राकेश प्रजापति ने शुक्रवार को एमडी का पदभार संभाला, और इसी दिन उन्हें जांच के लिए संबंधित दस्तावेजों की सूची प्रदान कर दी गई। विजिलेंस निदेशक मनोज चौहान, जिला न्यायवादी संजय चौहान और संयुक्त सचिव राजस्व सुनील वर्मा भी इस जांच प्रक्रिया में शामिल किए गए हैं।
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सोलर और हाइड्रो प्रोजेक्ट्स भी जांच के दायरे में
विमल नेगी के परिवार ने ऊना के पेखुवाला सोलर प्रोजेक्ट और किन्नौर के शौंगटोंग हाइड्रो प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ आरोप लगाए हैं। अब जांच समिति इन प्रोजेक्ट्स की पूरी समीक्षा करेगी और संबंधित अधिकारियों-कर्मचारियों के बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
सरकार लेगी प्रशासनिक फैसले, पुलिस की आपराधिक जांच अलग से जारी
राज्य सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा को 15 दिन के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है। इस रिपोर्ट के आधार पर प्रशासनिक फैसले लिए जाएंगे। वहीं, पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के तहत आपराधिक जांच अलग से जारी रहेगी।
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