BPSC से लेकर NEET तक, इस साल हुए विवाद और हंगामे
2024 का साल सरकारी परीक्षाओं और नौकरी के मामलों में विवादों से भरा रहा। पेपर लीक, गड़बड़ियां, और प्रदर्शन ने युवाओं को सड़क पर ला दिया। जगह-जगह प्रदर्शन हुए और कई बार हालात काबू में लाने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। आइए जानें, इस साल के प्रमुख विवादों और उनके कारण।
BPSC पेपर विवाद: युवाओं का उबाल
70वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का विवाद
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं संयुक्त प्रतियोगिता (प्रारंभिक) परीक्षा 13 दिसंबर 2024 को आयोजित हुई।
- कैंडिडेट्स का आरोप: परीक्षा में गड़बड़ी और धांधली के आरोप लगे।
- आयोग की सफाई: केवल पटना के बापू परीक्षा परिसर केंद्र की परीक्षा रद्द की गई। इसे 4 जनवरी 2025 को फिर से आयोजित किया जाएगा, और नए प्रवेश पत्र जारी कर दिए गए हैं।
12 हजार छात्रों को दोबारा परीक्षा देनी होगी
- पटना के बापू परीक्षा केंद्र पर लगभग 12,000 छात्रों ने परीक्षा दी थी। अब उन्हें दूसरे केंद्र पर परीक्षा देनी होगी।
- परीक्षा वाले दिन भी भारी हंगामा हुआ। प्रदर्शन के दौरान एक कैंडिडेट को डीएम द्वारा थप्पड़ मारने की घटना ने विवाद को और बढ़ा दिया।
पुलिस और कैंडिडेट्स के बीच टकराव
प्रदर्शन और पुलिस का बल प्रयोग
रविवार शाम को पटना में फिर प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिस के बीच नोकझोंक हुई।
- छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़कर मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने की कोशिश की।
- रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए लाठीचार्ज किया। हालांकि, पुलिस ने लाठीचार्ज करने से इनकार किया।
UP पुलिस कांस्टेबल भर्ती: पेपर लीक का विवाद
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा भी इस साल विवादों में रही।
- पेपर लीक का मामला: बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी, लेकिन पेपर लीक होने के चलते इसे रद्द करना पड़ा।
- CM योगी आदित्यनाथ का कदम: मामले को गंभीरता से लेते हुए परीक्षा को फिर से आयोजित किया गया।
NEET परीक्षा विवाद: मेडिकल प्रवेश पर सवाल
नीट यूजी 2024 में पेपर लीक और अंकों में गड़बड़ी
- मेडिकल प्रवेश के लिए आयोजित NEET परीक्षा में इस साल रिकॉर्ड 24 लाख से अधिक छात्र शामिल हुए।
- विवाद का कारण:
- प्रश्न पत्र लीक की खबरें सामने आईं।
- छात्रों ने आरोप लगाया कि अंकों में मनमाने तरीके से बदलाव किए गए, जिससे रैंक प्रभावित हुई।
- सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा मामला: विवाद इतना बढ़ा कि इस पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।
- विरोध प्रदर्शन: देशभर में छात्रों ने इस गड़बड़ी के खिलाफ प्रदर्शन किया।
निष्कर्ष: युवाओं के लिए चुनौतीपूर्ण साल
2024 सरकारी परीक्षाओं और नौकरियों के लिए मुश्किलों का साल रहा। पेपर लीक, धांधली, और प्रशासनिक खामियों ने युवाओं के भविष्य पर सवाल खड़े कर दिए। यह समय है कि सरकारी निकाय परीक्षा प्रक्रियाओं को और पारदर्शी और सुरक्षित बनाएं ताकि छात्रों का विश्वास बहाल हो सके।
क्या 2025 इन समस्याओं का समाधान लाएगा? समय बताएगा।