हिमाचल प्रदेश सरकार ने पूर्व सैनिकों और वीर नारियों को राहत देते हुए उनकी मासिक पेंशन ₹3,000 से बढ़ाकर ₹5,000 करने का फैसला लिया है। यह 40 फीसदी की एकमुश्त बढ़ोतरी अप्रैल 2025 से प्रभावी होगी। जून माह में वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही की पेंशन के रूप में तीन महीनों की कुल ₹15,000 एक साथ जारी की जाएगी।
यह पेंशन राज्य सरकार सैनिक कल्याण विभाग के माध्यम से उन पूर्व सैनिकों और उनकी विधवाओं को देती है, जिन्हें केंद्र सरकार की ओर से कोई पेंशन नहीं मिलती। इनमें वे 507 पूर्व सैनिक परिवार शामिल हैं, जिनमें 246 पूर्व सैनिक और 261 वीर नारियां शामिल हैं। ये वे सैनिक हैं, जिन्होंने वर्ष 1987 से पहले वॉलंटियर रिटायरमेंट लिया था।
इस संशोधन के बाद सरकार को इन पेंशनरों पर मासिक ₹25.35 लाख का बजट खर्च करना होगा, जो पहले ₹15.21 लाख था।
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द्वितीय विश्व युद्ध के सैनिकों को भी मिल रही पेंशन
प्रदेश में द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लेने वाले 514 पूर्व सैनिक परिवारों को भी पेंशन दी जा रही है। इनमें 10 जीवित पूर्व सैनिकों को ₹10,000 और 504 विधवाओं को ₹5,000 प्रतिमाह पेंशन दी जा रही है।
सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर मदनशील शर्मा ने बताया कि पेंशन में की गई यह बढ़ोतरी अप्रैल 2025 से लागू की जा रही है, और जून माह में तीन महीने की पेंशन एक साथ वितरित की जाएगी।
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