Himachalnow / कुल्लू
कुल्लू में 3.4 तीव्रता का भूकंप , जान-माल के नुकसान की खबर नहीं
भूकंप का केंद्र और प्रभाव
सोमवार सुबह हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 आंकी गई और इसका केंद्र जमीन के 5 किलोमीटर अंदर स्थित था। भूकंप का असर कुल्लू के साथ-साथ मंडी और शिमला के कुछ इलाकों में भी महसूस किया गया। हालाँकि, अब तक किसी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group
सुबह-सुबह घरों से बाहर निकले लोग
भूकंप के झटके सुबह करीब 6:50 बजे आए, जिससे कई लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। हल्की तीव्रता होने के बावजूद कंपन स्पष्ट रूप से महसूस किया गया।
हिमाचल प्रदेश : भूकंप की दृष्टि से संवेदनशील राज्य
हिमाचल प्रदेश भूकंप के लिहाज से सिस्मिक जोन चार और पांच में आता है, जिससे यह अत्यधिक संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। कांगड़ा, चंबा, लाहौल, कुल्लू और मंडी सबसे अधिक खतरे वाले जिले हैं।
हिमाचल प्रदेश में भूकंप का इतिहास
हिमाचल प्रदेश भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है, और यहां कई बड़े भूकंप आ चुके हैं। 4 अप्रैल 1905 को कांगड़ा में आए 7.8 तीव्रता के भूकंप ने सबसे अधिक तबाही मचाई थी, जिसमें करीब 20,000 लोगों की मौत हुई थी और हजारों घर नष्ट हो गए थे। इसके बाद 19 जनवरी 1975 को किन्नौर में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे कई गांवों में भारी नुकसान हुआ। हाल के वर्षों में भी छोटे-मोटे भूकंप आते रहे हैं, जैसे 2021 में चंबा जिले में 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था, हालांकि इसमें किसी बड़ी हानि की सूचना नहीं मिली। विशेषज्ञों का मानना है कि हिमाचल की भूगर्भीय संरचना इसे बार-बार भूकंप के खतरे में डालती है, इसलिए सतर्कता और मजबूत आपदा प्रबंधन की जरूरत बनी रहती है।
हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें
ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!
Join WhatsApp Group