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देश की रक्षा में डोगरा रेजिमेंट का योगदान अमूल्य : शांडिल

हिमांचलनाउ डेस्क नाहन | 3 फ़रवरी 2025 at 12:15 am

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Himachalnow / कांगड़ा

ज्वालामुखी में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया 77वां स्थापना दिवस

डोगरा रेजिमेंट का ऐतिहासिक योगदान

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स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण मंत्री कर्नल धनी राम शांडिल ने कहा कि 8वीं डोगरा रेजिमेंट ने देश की सुरक्षा में अभूतपूर्व योगदान दिया है। रविवार को ज्वालामुखी में 8वीं बटालियन डोगरा रेजिमेंट के 77वें स्थापना दिवस पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होकर उन्होंने कहा कि यह बटालियन 1 फरवरी 1948 को स्थापित की गई थी और तब से लेकर अब तक इसने देश की हर प्रमुख लड़ाई – 1962, 1965, 1971 और कारगिल युद्ध में अपनी वीरता का परिचय दिया है।

विक्टोरिया क्रॉस बटालियन की गौरवशाली पहचान

मंत्री शांडिल ने बताया कि इस बटालियन के वीर सपूत भंडारी राम, जो बिलासपुर के निवासी थे, को विक्टोरिया क्रॉस से सम्मानित किया गया था। इसी वजह से इसे “विक्टोरिया क्रॉस बटालियन” के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने कहा कि इस बटालियन की तैनाती जहां भी हुई, इसने अद्वितीय पराक्रम का प्रदर्शन किया।

हिमाचल – वीरभूमि का गौरव

शांडिल ने हिमाचल प्रदेश को देवभूमि के साथ-साथ वीरभूमि भी बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के वीर जवान अपने अदम्य साहस, शौर्य और बलिदान के लिए पहचाने जाते हैं। प्रदेश का पहला परमवीर चक्र राज्य के वीर सपूत मेजर सोमनाथ शर्मा को मिला था। इसके अलावा कैप्टन विक्रम बतरा, कर्नल डीएस थापा और मेजर संजय सिंह ने भी अद्भुत पराक्रम दिखाकर परमवीर चक्र की श्रेणी में अपना नाम दर्ज कराया।

वीर सैनिकों के सम्मान में सरकार का योगदान

मंत्री ने बताया कि प्रदेश सरकार अपने वीर सैनिकों और शौर्य पुरस्कार विजेताओं का पूरा सम्मान कर रही है। वर्तमान कार्यकाल में कुल 620 शौर्य पुरस्कार विजेताओं को एक करोड़ 87 लाख 13 हजार 448 रुपये की सम्मान राशि प्रदान की गई है। धर्मशाला में युद्ध स्मारक बनाया गया है और साथ ही वीर सैनिकों की गाथाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए युद्ध संग्रहालय का निर्माण भी प्रगति पर है।

पूर्व सैनिकों का सम्मान और विशेष घोषणा

शांडिल ने समारोह में आए सभी पूर्व सैनिकों का धन्यवाद किया और अपनी ऐच्छिक निधि से इस समारोह के लिए 31 हजार रुपये देने की घोषणा की। इस अवसर पर कर्नल (रिटायर्ड) शोभा सिंह भी मौजूद थे, जिन्होंने 1994 से 1997 तक इस बटालियन का नेतृत्व किया था।

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