ड्रोन से हो सकेंगे खेतीबाड़ी, बागवानी के काम, समय की बचत के साथ खर्चा भी होगा कम
HNN/ शिमला
हिमाचल प्रदेश में अब किसान और बागवान ड्रोन तकनीक का प्रयोग करेंगे। बता दें कि प्रदेश को जुलाई महीने तक 10 ड्रोन मिल जाएंगे। ड्रोन के उपयोग से समय की बचत के साथ खर्चा भी कम होगा। ड्रोन का उपयोग खासकर बगीचों में दवाओं, खाद और कीटनाशकों का छिड़काव करने के लिए किया जाएगा।
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ड्रोन की सहायता से 15 मिनट में पांच बीघा भूमि पर दवाओं और खाद का छिड़काव किया जा सकेगा। इस काम को पंप से करने में 10-12 घंटे का समय लग जाता है। इफको ने तरल नैनो डीएपी खाद के बाद अब किसानों-बागवानों को राहत देने की दिशा में एक और पहल की है।
इफको की तरफ से हिमाचल के सात जिलों में कांगड़ा, शिमला और ऊना को दो-दो, कुल्लू, सोलन और सिरमौर को एक-एक ड्रोन उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके चलते किसान-बागवान कम लागत में अधिक पैदावार से मुनाफा कमा सकेंगे।
प्रदेश के जिलों को इफको की ओर से दिए जाने वाले इन ड्रोन का संचालन समितियां करेंगी, जो इफको में पंजीकृत हैं। इन समितियों को ड्रोन 50,000 रुपए रिफंड (धन वापसी) शर्त के साथ उपलब्ध करवाया जाएगा।
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