हिमाचल नाऊ न्यूज़ नाहन:
हिमाचल प्रदेश भाजपा प्रवक्ता विनय गुप्ता ने आज एक प्रेस बयान जारी करते हुए बताया कि सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के स्कूली विद्यार्थियों के भविष्य के साथ घिनौना खिलवाड़ किया है, जिसकी भरपाई आने वाली पीढ़ियां भी नहीं कर पाएगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के लगभग तीन साल के कार्यकाल के दौरान हिमाचल प्रदेश में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या में एक लाख से अधिक की कमी आई है और लाखों विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों से किनारा कर लिया है।
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विनय गुप्ता ने सरकार की ही एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि तीन साल पहले सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों की कुल संख्या 8 लाख 9 हजार थी, जबकि दो साल बाद यह संख्या घटकर 7 लाख 5 हजार 342 ही रह गई है।
उन्होंने आंकड़ों को स्पष्ट करते हुए कहा कि सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दो वर्षों के दौरान 57,290 लड़कों और 46,369 लड़कियों ने सरकारी स्कूलों की लचर शिक्षा प्रणाली के कारण इन स्कूलों से दूर होना पड़ा है।
उन्होंने सुक्खू सरकार की शिक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाते हुए कहा कि क्या यह शिक्षा सुधार है या फिर नौनिहालों के भविष्य के साथ घिनौना खिलवाड़।भाजपा प्रवक्ता ने आगे कहा कि इस गंभीर स्थिति का मुख्य कारण यह है कि कांग्रेस सरकार को स्कूलों में सुविधाएं मुहैया करवाने की बजाय, स्कूलों में ताला लगाना अधिक आसान लगा।
यही कारण है कि उन्होंने गत दो वर्षों के दौरान 1,353 स्कूलों पर तालाबंदी कर दी और कुछ स्कूलों को दूसरे स्कूलों में विलय कर दिया।
विनय गुप्ता ने कड़े शब्दों में कहा कि एक ओर जहाँ पिछली भाजपा सरकार ने गाँव-गाँव में शिक्षा का विस्तार करने के लिए अनेक स्कूल खोले थे, वहीं कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आते ही हजारों की संख्या में स्कूलों में ताले लगा दिए और कठिन ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वाले मासूम बच्चों के भविष्य के साथ घोर अन्याय किया है, जिसके लिए समाज कांग्रेस सरकार को कभी माफ नहीं करेगा।
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