HNN/ नाहन
जिला सिरमौर के सहायक आयुक्त के ऑफिस में रखे टैक्सी टेंडर के बॉक्स से छेड़छाड़ का बड़ा मामला सामने आया है। इस टेंडर बॉक्स से न केवल छेड़छाड़ की गई, बल्कि टेंडर फार्म भी ब्लेड के कटी हालत में मिले। इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन के भी हाथ पांव फूल गए हैं।
जानकारी के अनुसार जिला प्रशासन की ओर से सरकारी विभागों में लगाई जाने वाली टैक्सियों को लेकर टेंडर आमंत्रित किए गए थे। पहले ये टेंडर 17 अगस्त को खुलने थे। इसके बाद 22 अक्टूबर को खोलने का दिन तय किया हुआ। लेकिन इस दिन भी टेंडर नहीं खोले गए। इसके बाद जब 29 अगस्त को तीन बजे टेंडर खुले तो पहले बॉक्स में लगी सील से छेड़छाड़ सामने आई।
यही नहीं बॉक्स के अंदर रखे फार्म भी एक साइड से टेप सहित कटे मिले। इसके बाद ठेकेदारों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। टेंडर बॉक्स और फार्मों से हुई छेड़छाड़ के बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो गए है। दूसरी ओर ठेकेदार सतीश कुमार समेत अन्य ठेकेदारों ने प्रशासन की कार्यप्रणाली को भी संदेह के घेरे में खड़ा किया है।
उन्होंने कहा, इस छेड़छाड़ के बाद ईमानदारी से टेंडर लगाने वाले किस पर विश्वास जताएंगे। उन्होंने कहा कि ये काम किसी की मिलीभगत के बिना नहीं हो सकता। इससे उनके टेंडर रेट भी सार्वजनिक हो गए हैं।
बरहाल, सवाल यह खड़ा हो रहा कि सहायक आयुक्त के द्वारा टेंडर बॉक्स की सुरक्षा को क्यों नहीं जांचा गया था। यही नहीं सहायक आयुक्त को यदि फोन कर जानकारी लेने की बात की जाती है तो वह अक्सर फोन भी नहीं उठाते हैं। ऐसे में कहीं ना कहीं यदि मामला जिलाधीश के संज्ञान में ना आता तो निश्चित ही किसी को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से यह टेंडर हो जाते।
उधर, जिला सिरमौर के डीसी रामकुमार गौतम ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इसकी विभागीय जांच बिठा दी है।