सहकारी सभा में अब नहीं हो सकेगा घोटाला, समय की बचत के साथ होगी पारदर्शिता
HNN/पांवटा साहिब
भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय के द्वारा प्राथमिक कृषि ऋण समितियां को सुदृढ़ करने की योजनाओं ने अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया है। जिला सिरमौर सहायक पंजीयन सहकारी सभाओं के अंतर्गत जिला के 6 ब्लॉक की 23 प्राथमिक सहकारी समितियां को कंप्यूटर कृत कर दिया गया है। हालांकि कंप्यूटरीकरण के माध्यम से पैक्स का सुदृढ़ीकरण किए जाने का यह पहला चरण है, बावजूद इसके विभाग ने बेहतर प्रदर्शन के साथ जागरूकता अभियान को भी शुरू किया है।
बता दें कि पैक्स को एकल राष्ट्रीय सॉफ्टवेयर नेटवर्क के माध्यम से सीधे-सीधे नाबार्ड से जोड़ा जा रहा है। इस योजना के तहत समिति को कंप्यूटर और हार्डवेयर दिया जाता है। असल में नाबार्ड के द्वारा इंटीग्रेटेड सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है। जिसके तहत न केवल प्राथमिक सहकारी समितियां आर्थिक रूप से मजबूत होगी बल्कि इससे दक्षता और पारदर्शिता भी बढ़ेगी। जिला सिरमौर में कलेक्टर व सहायक पंजीयक सहकारी सभाएं के अंतर्गत 314 सोसाइटी रजिस्टर्ड है।
जिला सिरमौर सहायक पंजीयन अधिकारी के द्वारा व्यापक रूप से जागरूकता अभियान भी चलाया गया है। सहायक पंजीयक अधिकारी भास्कर कालिया ने बताया कि कंप्यूटरीकरण किए जाने का मुख्य पैक्स के संचालन की दक्षता में वृद्धि, धन के लेनदेन में कम समय, शीघ्र निवारण तथा किसानों में योजना के प्रति विश्वसनीयता को कायम करना है।
उन्होंने बताया कि फिलहाल प्रथम चरण का कार्य पूरा किया गया है जिसके तहत प्रत्येक पैक्स को एक कंप्यूटर प्रिंटर, वेबकैम, बायोमेट्रिक डिवाइस आदि दिया जा रहा है। बता दें कि सहकारी समितिया किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण सुविधा लाभकारी कीमतों पर उत्पाद बेचने के लिए विपणन सुविधा स्किल वर्क करने वाले छोटे उद्यमियों कमजोर वर्गों के कौशल को औद्योगिक गतिविधियों में ढालकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूती प्रदान करती हैं।
जिला सहायक पंजीयन अधिकारी ने बताया कि न केवल कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है बल्कि सहकारिता मंत्रालय के द्वारा जो नई शुरुआत की गई है उसके तहत अलग-अलग योजनाओं के माध्यम से युवाओं को कैसे आत्मनिर्भर बनाया जाए इसको लेकर भी जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं।