लेटेस्ट हिमाचल प्रदेश न्यूज़ हेडलाइंस

संविधान केवल कानूनी दस्तावेज नहीं, देश की एकजुटता का आधार : शालू परमार​

Shailesh Saini | 26 नवंबर 2025 at 3:11 pm

Share On WhatsApp Share On Facebook Share On Twitter

नाहन।

राजकीय उच्च विद्यालय मलगांव में बुधवार को, राष्ट्रीय संविधान दिवस अत्यंत हर्षोल्लास और सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय की मुख्याध्यापिका शालू परमार ने संविधान के गौरवशाली महत्व को रेखांकित किया और विद्यार्थियों को देश की एकजुटता में इसकी भूमिका से अवगत कराया।​

कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय की प्रातःकालीन सभा से हुई, जहाँ विद्यालय के नॉन-मेडिकल अध्यापक आशीष शर्मा ने विद्यार्थियों को संविधान के महत्व, नागरिकों के अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में प्रेरणादायक संबोधन दिया।

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें: Join WhatsApp Group

उन्होंने विद्यालय के सभी शिक्षकों और विद्यार्थियों को संविधान की प्रस्तावना की शपथ भी दिलाई, जिससे सभी ने लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।​कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्याध्यापिका शालू परमार ने अपने प्रभावशाली संबोधन में कहा, “हमारा संविधान केवल कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह देश की एकता, समानता और लोकतांत्रिक मूल्यों का प्रतीक और एकजुटता का आधार है।

उन्होंने आगे कहा कि संविधान हमें हमारे अधिकार देता है और साथ ही कर्तव्यों का बोध भी कराता है। उनके उद्बोधन ने विद्यार्थियों में देशभक्ति और संवैधानिक जागरूकता को और गहरा किया।

​इस विशेष आयोजन के तहत विद्यालय में संविधान विषय पर आधारित पेंटिंग और पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।

विद्यार्थियों ने मौलिक अधिकार, कर्तव्य और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर आकर्षक और संदेशपूर्ण पोस्टर तैयार किए, जिसमें उन्होंने उत्साहपूर्वक भाग लिया।​

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें

ताज़ा खबरों और अपडेट्स के लिए अभी हमारे WhatsApp ग्रुप का हिस्सा बनें!

Join WhatsApp Group

आपकी राय, हमारी शक्ति!
इस खबर पर आपकी प्रतिक्रिया साझा करें


[web_stories title="false" view="grid", circle_size="20", number_of_stories= "7"]