HNN/ नाहन
कैलाशपति भगवान भोलेनाथ व पार्वती के विवाह पर्व शिवरात्रि पर सिरमौर के शिवालय शिव भक्ति में डूब गए। तो वही सतयुग कालीन पौडी वाला तथा जोगन वाली शिवालय में भक्तों का बड़ा हुजूम उमड़ा। स्वर्ग की दूसरी पौड़ी माने जाने वाले पौडी वाला में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व विधायक नाहन डॉ राजीव बिंदल एक बड़ी भक्त मंडली के साथ जलाभिषेक करने पहुंचे। तो वही स्थानीय लोगों के द्वारा डॉ. बिंदल के द्वारा मंदिर के जीर्णोद्धार में कराए गए कार्यों के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया गया।
इस बार जहां हर वर्ष की भांति पौडी वाला में हरियाणा व पंजाब आदि राज्यों के श्रद्धालुओं का विशेष आवागमन होता है तो वही सिद्ध तपस्वी हरिओम गिरी व उनके गुरु शिवदत्त गिरी की उपस्थिति में जोगन वाली शिवालय का नजारा भी बड़ा भव्य था। शिवालय में पिछले करीब 1 सप्ताह से शिवरात्रि को विशेष बनाने के लिए तैयारियां चल रही थी। तो वही शिवरात्रि के पर्व पर सुबह से ही भक्तों का अपार जनसमूह उमड़ना शुरू हो चुका था।
सैकड़ों की तादाद में भक्तों ने जोगन वाली स्थित स्वयं प्रकट शिवलिंग का जलाभिषेक किया। इस शिवलिंग की मान्यता है कि यदि नियमित रूप से हर सोमवार को शिवलिंग का रुद्राभिषेक किया जाए तो तमाम कष्टों के निवारण के साथ-साथ संतान प्राप्ति भी होती है। यहां यह भी बताना जरूरी है कि इस मंदिर के आसपास की गई खुदाई के दौरान यहां प्राचीन मंदिरों के अवशेष भी मिले थे।
अघोरी कुटी के गद्दी नशीन हरिओम गिरी ने बताया कि शिवरात्रि के मौके पर मंगलवार की रात्रि को चार पहर की पूजा की जाएगी। बुधवार को 12:00 बजे हवन के बाद पूर्ण आहुति दी जाएगी। पूर्णाहुति दिए जाने के बाद विशाल भंडारे का भी आयोजन किया गया है। जबकि शिवरात्रि के पर्व पर शिव बूटी के प्रसाद सहित फलाहार का भंडारा भी लगाया गया है।
वही पौडी वाला सहित रानीताल शिवालय, यशवंत विहार , शिमला रोड स्थित चबाहां, जमटा, पच्छाद के सराहां स्थित ऐतिहासिक भूरेशवर देवता के मंदिर, चूड़धार स्थित चूड़ेश्वर, पांवटा साहिब के पत्लियों, श्री मार्कंडेय मंदिर स्थित तमाम शिवालयों में शिव भक्तों का अपार जनसमूह उमड़ा। हर मंदिर में भांग का घोटा व भांग की पकौड़ी का भक्तों ने भोले के प्रसाद के रूप में जमकर आनंद उठाया।
पौड़ी वाला के महंत ईश्वर गिरी ने बताया कि सतयुग कालीन शिव लिंग के दर्शन करने के लिए अभी तक हजारों की तादाद में भगत आ चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस शिवालय का रुद्राभिषेक व जलाभिषेक करने का बड़ा महत्त्व है। जोगन वाली मंदिर में विशेष रुप से राकेश, नवलीन गुप्ता, पवन सैनी, संदीप, बलवंत, जसवंत सैनी आदि भक्त विशेष रूप से उपस्थित रहे।