HNN / नाहन
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के शिलाई दौरे के दौरान उन्होंने कफोटा कॉलेज का उदघाटन किया तथा शिलाई कॉलेज का नाम वीर सावरकर के नाम से रखा गया, जिसका एनएसयूआई ने विरोध किया है। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा कि शिलाई और कफोटा कॉलेज एनएसयूआई की मांग पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह ने क्षेत्रवासियों को दिया था और आज जिस तरीके से मुख्यमंत्री ने शिलाई कॉलेज का नाम सावरकर के नाम पर रखने की घोषणा की है ये बहुत शर्मनाक विषय है।
जहां इन कॉलेजों के नाम स्वर्गीय राजा वीरभद्र सिंह के नाम पर रखने चाहिए थे वहां जयराम ठाकुर सावरकर के नाम रखकर कॉलेजों को संघ का अड्डा बनाने पर लगे हुए है। पहले विश्वविद्यालय को संघ का अड्डा बनाया हुआ और अब कॉलेजों की ओर भी ये लोग रुख कर रहे है। जिस व्यक्ति का आजादी में कोई योगदान नही रहा उसे भाजपा वीर सावरकर बताती है।
जिन क्रांतिकारियों ने आजादी की लड़ाई लड़ी उनका कहीं जिक्र नही करते और सावरकर जैसे लोग जिन्होंने अंग्रेजो से माफी मांगकर अंग्रेजो की गुलामी की उनके नाम पर आज कॉलेजों के नाम रखे जा रहे है जो बहुत शर्मनाक विषय है। एनएसयूआई जिलाध्यक्ष विपुल शर्मा ने कहा जिला सिरमौर के शिक्षण संस्थानों को संघ का अड्डा कभी नही बनने देंगे।