मिशन पर जाने से कुछ घंटे पहले शहीद बेटे प्रमोद ने की थी फोन पर अपनी माता से बात
HNN/ शिलाई
राजोरी में शहीद हुए हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के शिलाई गांव के प्रमोद नेगी की पार्थिव देह शनिवार शाम तक उनके पैतृक गांव शिलाई पहुंच सकती है। शहीद की शहादत से हर आंख नम है। वहीं समूचे जिला सिरमौर में शोक की लहर दौड़ गई है। सिरमौर का वीर सपूत प्रमोद नेगी दिसंबर में घर आया था।
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बताया जा रहा है कि प्रमोद नेगी ने छह जुलाई को घर लौटना था। घर के किसी शादी समारोह के लिए उनकी छुट्टी भी मंजूर हो चुकी थी। बता दें मिशन पर जाने से कुछ घंटे पहले शहीद बेटे प्रमोद नेगी ने फोन पर अपनी माता से बात की थी। प्रमोद ने कहा था- मां…। जरूरी मिशन पर जा रहा हूं। हो सकता है कि 10 दिन मोबाइल बंद रहे, पर चिंता न करना। जल्द मिशन फतह कर लौटूंगा।
गुरुवार रात करीब साढ़े 11 बजे पांच से सात मिनट की बातचीत में प्रमोद ने अपने माता-पिता का हालचाल पूछा और पिता से भी कुछ देर बात की। अगले ही दिन साढ़े 12 बजे के आसपास परिजनों को बेटे की शहादत की खबर मिली तो सुध-बुध खो बैठे। बेटे की शहादत से माता पिता का रो-रो कर बुरा हाल है।
इसकी सूचना मिलते ही हिमाचल प्रदेश के पूरे शिलाई क्षेत्र के लोगों के साथ-साथ रिश्ते नातों के लोग ढांढस बंधाने उनके घर शिलाई पहुंच रहे हैं। शहीद के पिता देवेंद्र नेगी बिजली बोर्ड में लाइन मैन के पद पर तैनात हैं, जबकि मां गृहिणी हैं। देवेंद्र नेगी का छोटा बेटा नितेश नेगी (24) भी भारतीय सेना में तैनात हैं, जबकि दोनों बेटों से बड़ी एक 28 साल की बेटी भी है।
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