विधवा-एकल नारियों को गृह निर्माण के लिए मिलेगा अनुदान
HNN/धर्मशाला
पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने कहा कि सुख की सरकार महिला सशक्तिकरण के लिए कृत संकल्प है तथा इसी को ध्यान में रखते हुए योजनाएं एवं कार्यक्रम कार्यान्वित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार ने विधवा एवं एकल नारियों के उत्थान हेतु विधवा एवं एकल नारी आवास योजना लागू की है जिसके तहत पात्र महिलाओं को घर के निर्माण के लिए डेढ़ लाख के अनुदान का प्रावधान किया है।
शनिवार को नगरोटा बगबां में महिला एवं बाल विकास हिमाचल प्रदेश द्वारा पोषण माह के उपलक्ष्य ओबीसी भवन में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम बतौर मुख्यातिथि पर्यटन निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने कहा कि कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए कांगड़ा जिला में मिशन भरपूर कार्यक्रम भी आरंभ किया गया है जिसमें कुपोषित बच्चों को पौषाहार किट्स दी जा रही हैं ताकि बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार ने निराश्रित बच्चों के लिए भी सुखाश्रय योजना आरंभ की है तथा निराश्रित बच्चों को चिल्डन आॅफ स्टेट का दर्जा दिया गया है।
इस अवसर पर आरएस बाली ने कहा कि नगरोटा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत इस बार ऐतिहासिक रूप से 700 आवासों के निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत की गई ताकि गरीब तथा निर्धन लोगों को आवास सुविधा मिल सके।मुख्यातिथि ने बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत 38 बेटियों को एफडी तथा शगुन योजना के अंतर्गत उन्होंने 39 लाभार्थियों को चेक वितरित किए।
इससे पहले जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक शर्मा ने मुख्यातिथि का स्वागत करते हुए पोषण माह के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने बेटियों के उत्थान के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में सभी को जानकारी दी।
आंगनबाड़ी सुपरवाइजर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी सहायिकाओं द्वारा पारंपरिक ऑर्गेनिक उत्पादों से तैयार व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। इन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रमों द्वारा लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने संस्कृति कार्यक्रमों, नाटकों में भाग लेने वालों को पुरस्कार बांटे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए उन्होंने 31 हजार रुपए की राशि दी। इस अवसर पर एसडीएम मुनीश शर्मा, बीडीसी अध्यक्ष अंजना बाल विकास परियोजना अधिकारी कांगड़ा राजेश कुमार, आंगनवाड़ी सुपरवाइजर, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी सहायिका मौजूद रही।