HNN/ ऊना वीरेंद्र बन्याल
उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने पालकवाह में निर्माणाधीन आरटीपीसीआर लैब के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 3.96 करोड़ रुपये की लागत से बन रही लैब का सिविल निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है तथा अब यहां पर मशीनें स्थापित की जाएंगी और साथ ही बिजली का कार्य होना बाकी है। राघव शर्मा ने कहा कि 31 अक्तूबर तक लैब का निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होने कहा कि लैब में लगने वाली मशीनों का ऑर्डर दिया जा चुका है तथा स्टाफ की भर्ती की प्रक्रिया भी आरंभ हो चुकी है। अगले 15 दिनों में मशीनें लैब में स्थापित कर दी जाएंगी। डीसी ने कहा कि लैब का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद नवंबर के प्रथम सप्ताह में लैब की टेस्टिंग की जाएगी तथा यहां के रिज़ल्ट को पीजीआई चंडीगढ़ की लैब से मिलान कर कन्फर्म किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जल्द ही पीजीआई की टीम भी लैब का निरीक्षण करने के लिए यहां आएगी। राघव शर्मा ने कहा कि आरटीपीसीआर लैब स्थापित हो जाने से जिला ऊना को एक बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे सैंपल की टेस्टिंग में तेेजी आएगी जिससे कोरोना वायरस की जल्द पहचान कर मरीज को तुरंत चिकित्सीय सहायता प्रदान करने में आसानी होगी।
उन्होंने कहा कि विशेषज्ञ अभी भी कोविड-19 वायरस की तीसरी लहर आने की आशंका जता रहे हैं। ऐसे में जिला में ही आरटीपीसीआर लैब की स्थापना से सहूलियत होगी।