Himachalnow / मंडी
राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) मंडी द्वारा संचालित नाबार्ड प्रायोजित कौशल विकास प्रशिक्षण परियोजना 2024-25 का समापन समारोह मंडी में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला नाबार्ड अधिकारी राकेश वर्मा थे। साथ ही एनएसआईसी प्रबंधक लोकेश भाटिया, अग्रणी जिला प्रबंधक अमित कुमार, फर्नीचर एसोसिएशन के प्रतिनिधि अशोक सेठी, और ग्रामीण बैंक वरिष्ठ प्रबंधक कमल राज चौहान भी मौजूद रहे।
समारोह में परियोजना के तहत बल्ह, सदर, बालीचौकी, और सुंदरनगर ब्लॉक के विभिन्न गांवों में 210 महिलाओं को प्रशिक्षित किए जाने की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत की गई। प्रशिक्षण के दौरान आत्मनिर्भरता की राह पर अग्रसर महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पादों के फोटो और वीडियो साझा किए गए, जो उनकी रचनात्मकता और मेहनत को उजागर करते हैं।
प्रेरणा सम्मान से सम्मानित लाभार्थी
समारोह में प्रशिक्षित महिलाओं को “प्रेरणा सम्मान” से नवाजा गया, ताकि वे दूसरों के लिए प्रेरणा बन सकें। महिलाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे इस प्रशिक्षण ने उनकी आजीविका में सकारात्मक बदलाव लाया है।
जिला नाबार्ड अधिकारी राकेश वर्मा ने कहा कि एनएसआईसी मंडी ने प्रभावी रूप से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का मंच प्रदान किया है। उन्होंने प्रशिक्षित महिलाओं को अपने स्वयं सहायता समूहों को मजबूत करते हुए उन्हें लघु उद्योगों में बदलने की सलाह दी।
महिला सशक्तिकरण की सराहना
फर्नीचर एसोसिएशन के अशोक सेठी ने इसे महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल बताते हुए एनएसआईसी और नाबार्ड के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ये प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
एनएसआईसी मंडी प्रमुख लोकेश भाटिया और नाबार्ड अधिकारी राकेश वर्मा ने लाभार्थियों को निरंतर प्रयास और लक्ष्य निर्धारण पर जोर देते हुए कहा कि एनएसआईसी और नाबार्ड हर कदम पर उनके साथ खड़े रहेंगे।
समापन समारोह ने न केवल प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता को रेखांकित किया बल्कि महिलाओं और युवाओं को आत्मनिर्भरता की नई प्रेरणा भी दी।