Himachalnow / सोलन
सोलन, 26 दिसंबर: जिला सोलन के दून विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली ढेला पंचायत के लोगों ने ढेला लिंक मार्ग को पक्का करने और सुधारने की मांग तेज कर दी है। इस सड़क की खराब स्थिति से स्थानीय निवासियों, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
सड़क की खराब स्थिति और सुरक्षा की चिंता
स्थानीय निवासियों का कहना है कि यह लिंक मार्ग लगभग आठ साल पहले पक्का किया गया था, लेकिन तब से लेकर अब तक किसी ने इस सड़क की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया।
- कम चौड़ाई: मार्ग की चौड़ाई बेहद कम है, जिससे लोगों का आना-जाना मुश्किल हो गया है।
- खुले नाले का खतरा: सड़क के साथ ही एक खुला नाला है, जो दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ाता है। बारिश के दिनों में नाले का पानी बहकर घरों और सड़कों पर आ जाता है, जिससे हालात और भी खराब हो जाते हैं।
लोगों की मांग: पक्की सड़क और अंडरग्राउंड नाला
ढेला पंचायत के निवासियों ने सरकार और प्रशासन से यह मांग की है कि:
- लिंक मार्ग को पक्का किया जाए।
- खुले नाले को अंडरग्राउंड किया जाए, ताकि बारिश के दिनों में पानी से होने वाले नुकसान को रोका जा सके।
स्थानीय निवासी कहते हैं,
“बरसात के दिनों में नाले का पानी हमारे घरों में भर जाता है। यह समस्या पिछले 35-40 सालों से बनी हुई है। प्रशासन को इस पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”
सड़क की मरम्मत न होने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी
स्थानीय लोगों ने यह भी कहा है कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया गया, तो वे सरकार और स्थानीय विधायक के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने को मजबूर हो जाएंगे। ग्रामीणों ने बताया कि ढेला गांव को मुख्य हाईवे से जोड़ने वाली यह सड़क अब अत्यधिक खराब स्थिति में पहुंच चुकी है।
- यह मार्ग ग्रामीणों के लिए मुख्य संपर्क साधन है और इसकी स्थिति सुधारने की सख्त आवश्यकता है।
- लोगों का कहना है कि सड़क की खराब स्थिति के कारण उनका दैनिक जीवन प्रभावित हो रहा है।
प्रशासन से अपील
ढेला पंचायत के लोगों ने प्रशासन से अपील की है कि उनकी समस्याओं को जल्द से जल्द हल किया जाए। उनका कहना है कि:
“यह मार्ग गांव और मानपुरा के मुख्य हाईवे को जोड़ता है। अब समय आ गया है कि प्रशासन इस पर ध्यान दे और लोगों की सुविधा के लिए इस सड़क की मरम्मत करवाए।”
ढेला पंचायत के लोगों की यह मांग वर्षों पुरानी है। खराब सड़कें और खुला नाला न केवल उनकी दैनिक जिंदगी को मुश्किल बनाते हैं, बल्कि उनके जीवन को भी खतरे में डालते हैं। सरकार और प्रशासन को इन समस्याओं का समाधान करते हुए सड़क को पक्का करने और नाले को अंडरग्राउंड बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।