HNN/ शिलाई
शिलाई के विधायक हर्षवर्धन चौहान द्वारा बीडीओ कार्यालय शिलाई पर लगाए गए धांधली के आरोपों के बाद सरकार हरकत में आ गई है। सरकार द्वारा इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एडीसी सिरमौर को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। आज एडीसी सिरमौर सोनाक्षी तोमर बीडीओ कार्यालय का निरीक्षण करने पहुँची तथा उसके साथ स्थानीय विधायक हर्षवर्धन चौहान भी मौजूद रहे। इस दौरान विधायक द्वारा फाइलों को एकत्रित कर उन्हें एडीसी को सौंपा गया।
लिहाजा एडीसी ने फाइल कलेक्ट कर जांच शुरू कर दी है तथा 1 महीने के भीतर इस मामले की जांच कर कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इस दौरान मीडिया से रूबरू होते हुए स्थानीय विधायक हर्षवर्धन चौहान ने बताया कि कार्यालय में लोगों के एस्टीमेट बनाने के लिए भी पैसों की मांग की जाती है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों के कार्य रुके पड़े हैं लेकिन अधिकारी काम नहीं करते हैं।
उन्होंने बताया कि आज वह स्वयं जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बीडीओ कार्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे थे। जहां एडीसी सिरमौर ने फाइलों की जांच की है तथा कमेटी का गठन किया है। विधायक ने बताया कि जब वह मौके का निरीक्षण करने पहुंचे तो बीडीओ कार्यालय द्वारा लोगों की शिकायतों की फाइलों को छुपाया जा रहा था। उन्होंने बताया कि लगभग मनरेगा आदि से संबंधित 100 शिकायतें कार्यालय में छुपाई जा रही थी।
जिसकी फाइल स्वयं ढूंढ कर जांच अधिकारी को दी है। विधायक ने बताया कि एडीसी सिरमौर सोनाक्षी तोमर ने कार्यवाही के आदेश जारी किए है तथा एक जांच कमेटी का गठन किया गया है। एडीसी सोनाक्षी तोमर ने बताया कि 1 महीने के अंदर जांच की जाएगी उसके बाद ही आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।