सिरमौर जिले में लगातार बारिश ने मिर्च की खेती को गंभीर रूप से प्रभावित किया है। खेतों में फैल रहे स्टॉक रॉट बैक्टीरियल रोग ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
धौला कुआं
लगातार बारिश से रोग का प्रकोप
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लगभग डेढ़ महीने से जारी भारी बारिश के चलते मिर्च और मक्की की जड़ों में कमजोरी आ गई है। इसी कारण पौधों का विकास रुक गया और मिर्च की फसलें स्टॉक रॉट रोग से प्रभावित हो रही हैं। कृषि विज्ञान केंद्र धौला कुआं के कृषि वैज्ञानिकों को किसानों की शिकायतें मिलने के बाद इसका उपचार सुझाना पड़ा।
कृषि वैज्ञानिकों की सलाह
प्रधान कृषि वैज्ञानिक पंकज मित्तल ने प्रभावित किसानों को ‘साफ’ दवा का छिड़काव करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि 1 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें और इसे 10 दिन बाद दोहराएं। साथ ही मक्की की फसल को बचाने के लिए खेतों में ट्रेंच बनाकर पानी की निकासी सुनिश्चित करने की सलाह दी गई है।
क्षेत्रीय स्थिति और उत्पादन
सिरमौर जिले में लगभग 300 हेक्टेयर भूमि पर हरी मिर्च, शिमला मिर्च, मक्का और उड़द जैसी फसलें उगाई जाती हैं। यहां की मिर्च अपने स्वाद और तीखेपन के कारण विशेष पहचान रखती है। पिछले वर्ष जिले में 63,080 मीट्रिक टन मिर्च का उत्पादन हुआ था।
कृषि विभाग की पुष्टि
उपनिदेशक कृषि विभाग डॉ. राजकुमार ने बताया कि यह रोग मुख्य रूप से पांवटा साहिब के मैदानी क्षेत्र में फैल रहा है। उन्होंने पुष्टि की कि लगातार बारिश और जड़ों में पानी जमने के कारण यह बैक्टीरियल संक्रमण फैलता है।
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