Himachalnow / नाहन
प्रदर्शनकारियों ने डीसी सिरमौर कार्यालय परिसर के बाहर की नारेबाजी
गेस्ट टीचर नीति और मेडिकल कॉलेज को कांशीवाला शिफ्ट करने के फैसले के विरोध में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने नाहन में जोरदार प्रदर्शन किया। शनिवार को महिमा लाइब्रेरी के समीप रैली निकालते हुए कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुतला फूंका। प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा और विभाग सह संयोजक अभी ठाकुर ने किया, जबकि राष्ट्रीय कला मंच की प्रदेश संयोजिका शीतल सूर्यवंशी ने भी इसमें भाग लिया।
एबीवीपी प्रदेश सह मंत्री मनीष बिरसांटा ने गेस्ट टीचर नीति को युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करार दिया। उन्होंने कहा कि प्रति घंटा आधार पर शिक्षकों की नियुक्ति करना शिक्षा और रोजगार दोनों के प्रति सरकार की लापरवाही को दर्शाता है। यह नीति न केवल शिक्षा विरोधी है, बल्कि हजारों युवाओं को स्थाई रोजगार से वंचित करने का कदम है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता पर यह निर्णय सवाल खड़े करता है।
छात्र कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि गैप अरेंजमेंट के नाम पर गेस्ट टीचर्स के भरोसे शिक्षा को चलाना अनुचित है। नेट और सैट जैसी परीक्षाओं को पास करने वाले योग्य युवाओं को स्थाई नौकरी न देकर उनके साथ धोखा किया जा रहा है। उन्होंने मांग की कि सरकार इस फैसले पर पुनर्विचार करे और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व स्थाई रोजगार के लिए ठोस कदम उठाए।
प्रदर्शनकारियों ने डीसी सिरमौर कार्यालय परिसर के बाहर नारेबाजी की और इसके बाद एडीएम सिरमौर के माध्यम से शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन में छात्र और युवा विरोधी निर्णयों को रद्द करने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने इस मुद्दे पर जल्द कार्रवाई नहीं की, तो एबीवीपी आंदोलन को और तेज करेगी।
इस विरोध प्रदर्शन में अंकित ठाकुर, कमल, निखिल, वीनू, जतिन, वंश भंडारी और हर्ष सहित बड़ी संख्या में छात्र मौजूद रहे। छात्रों का कहना है कि सरकार को युवाओं के भविष्य को लेकर गंभीरता दिखानी चाहिए, अन्यथा विरोध प्रदर्शन और उग्र हो सकता है।