HNN / ऊना, वीरेंद्र बन्याल
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, मत्स्य व पशुपालन मंत्री वीरेन्द्र कंवर नेे गऊ सदन थानखास का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होेंने अपने जन्मदिवस के अवसर पर पूजा अर्चना की और गऊ माता का आशीर्वाद प्राप्त किया। वीरेन्द्र कंवर ने कहा कि वर्तमान प्रदेश सरकार के बनने पर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की सर्व प्रथम प्राथमिकता थी कि प्रदेश की सड़कों को बेसहारा गउवंश से मुक्त करना। इस दिशा में सरकार द्वारा गौसेवा आयोग का गठन किया गया और गऊशालाएं संचालित करने वाले गैर-सरकारी संगठनों को प्रति गाय 500 रुपये के हिसाब से गऊ रक्षा राशि बतौर आर्थिक सहायता देना आंरभ किया गया।
उन्होंने बताया कि बेसहारा गौवंश को सहारा देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा गौ-अभ्यारण्यों और कऊ सेंचरियां भी बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार के इन्हीं प्रयासों से आज गउशालाओं में गौवंश की संख्या 7000 से बढ़कर 20 हजार हो गई है। उन्होंने बताया कि जून माह के अंत तक अधिक से अधिक गौवंश को गौशालाओं में आसरा प्रदान करना हमारी प्राथमिकता रहेगी ताकि प्रदेश की सड़कें शत-प्रतिशत बेसहारा गौवंश मुक्त की जा सके। उन्होंने बताया कि बेसहारा गौवंश को गौशालाओं में आसरा मिलने से किसानों को भी काफी राहत मिलेगी क्योंकि बेसहारा गौवंश से फसलों को नुकसान पहुंचने की चिंता समाप्त होगी।
उन्होंने बताया कि गऊशाला संचालकों की मांग है कि गौ रक्षा राशि को बढ़ाया जाए। उन्होंने इस बारे सरकार के समक्ष मामला रखकर इस राशि को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति गौवंश को सड़कों पर बेसहारा न छोड़े, इस दिशा में भी समुचित कानून बनाने का प्रयास किया जाएगा।