Himachalnow / नाहन
28 दिनों के कठोर परीक्षणों के बाद शुरू होगा आगे का निर्माण कार्य
जिला सिरमौर के लोक निर्माण विभाग के नाहन डिवीजन में एफडीआर तकनीक से बनने वाली पहली सड़क, जमटा-बिरला रोड का 100 मीटर ट्रायल पैच एक ही दिन में तैयार कर लिया गया है। इस ट्रायल पैच के सैंपल सात दिनों के भीतर कोर सैंपल लेकर आईआईटी मंडी भेजे जाएंगे, जहां इसकी गुणवत्ता का परीक्षण किया जाएगा।
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प्राप्त जानकारी के अनुसार, आईआईटी मंडी से सैंपलों की रिपोर्ट एक सप्ताह के भीतर विभाग को उपलब्ध होगी। इसके बाद 28 दिनों के बाद एक बार फिर से इस पैच के सैंपल लेकर दोबारा टेस्टिंग के लिए लैब भेजे जाएंगे। लोक निर्माण विभाग के ईएनसी की अध्यक्षता में गठित कमेटी इन दोनों रिपोर्ट्स का गहन परीक्षण करेगी और कमियों को दूर कर आगे के निर्माण कार्य की मंजूरी देगी।
टेस्टिंग में सफलता के बाद जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य
यदि ट्रायल पैच सभी परीक्षणों में खरा उतरता है, तो महिंद्र सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी एक से डेढ़ महीने के भीतर 21.300 किलोमीटर लंबी इस सड़क को तैयार कर विभाग को सौंप देगी। ट्रायल सैंपल की रिपोर्ट आने तक कंपनी सड़क के ड्रेनेज, कलवर्ट, पुल, पुलिया, डंगे और कटिंग के कामों में लगी हुई है।
सड़क की उम्र और जिम्मेदारी
यह सड़क एफडीआर तकनीक से बनाई जा रही है, जिसका मुख्य उद्देश्य सड़क के मूल आधार को मजबूत बनाना है। माना जा रहा है कि इस तकनीक से बनने वाली सड़क की उम्र 15 से 20 साल होगी। इसके साथ ही, इस सड़क की मेंटेनेंस का जिम्मा भी कंस्ट्रक्शन कंपनी के पास रहेगा, जो इसकी लाइफ के दौरान किसी भी टूट-फूट की स्थिति में इसे ठीक करने की जिम्मेदार होगी।
लोक निर्माण विभाग का बयान
लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता आलोक जनवेजा ने बताया कि 100 मीटर एफडीआर ट्रायल पैच का काम पूरा कर लिया गया है। सात दिनों के भीतर कोर सैंपल आईआईटी मंडी भेजे जाएंगे और 28 दिनों के बाद फिर से टेस्टिंग की जाएगी। विभाग की ईएनसी की अध्यक्षता वाली कमेटी इन सैंपलों की जांच करेगी और मंजूरी मिलने के बाद सड़क का निर्माण कार्य इसी तकनीक से आगे बढ़ाया जाएगा।
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