आकांक्षी ज़िलों के समावेशित विकास में चम्बा देश में दूसरे स्थान पर

HNN/ चम्बा

देश के आकांक्षी ज़िलों के समग्र और समावेशी विकास में निरन्तर सुधार के नीति आयोग द्वारा आकलन में हिमाचल प्रदेश के जिला चम्बा ने दूसरा स्थान पाया है। इस उपलब्धि के लिए चम्बा के विभिन्न विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई देते हुए चम्बा-कांगड़ा के लोकसभा सदस्य किशन कपूर ने कहा है केंद्र और राज्य के संयुक्त प्रयास से प्रदेश के इस पिछड़े ज़िले में विकासात्मक कार्यों की ओर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

नीति आयोग के इस आकलन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सांसद किशन कपूर ने कहा कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले आकांक्षी ज़िला चम्बा में विगत तीन वर्षों में जो विकास के कार्य हुए हैं उनके प्रभावी कार्यान्वयन का दायित्व राज्य सरकार और जिला के अधिकारियों का है और यह अपार हर्ष का विषय है कि नीति आयोग ने प्रदेश और जिला के कार्य को श्रेष्ठ आंका है।

सांसद किशन कपूर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जन- प्रतिनिधि की अध्यक्षता में दिशा जैसी विकास कार्यों के लिये गठित समितियों के प्रभावी मूल्यांकन से भी चम्बा ज़िला में विकास कार्य सुचारू रूप से आगे बढ़ रहे हैं। सांसद किशन कपूर ने कहा कि देश से आर्थिक विषमता को समाप्त करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2018 में सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े ज़िलों की पहचान कर उनके समग्र विकास में सहायता के लिये आकांक्षी ज़िला के लिए विशेष कार्यक्रम बनाये।

इसके अंतर्गत देश के 28 राज्यों से 115 ज़िलों की पहचान की गई थी जिनमें प्रदेश का चम्बा जिला भी सम्मिलित है। यह कार्यक्रम नीति आयोग द्वारा संचालित और राज्यों द्वारा कार्यान्वित किया जाता है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य वास्तविक समय में प्रगति के माध्यम से 5 मुख्य क्षेत्रों के 49 संकेतकों पर आकांक्षी ज़िलों का मूल्यांकन करना है। इसके तहत विभिन्न जिलों की प्रगति का मूल्यांकन देश एवं राज्य के सबसे प्रगतिशील जिले से अंतर के आधार पर किया जाता है। इसके पश्चात् आकांक्षी जिलों की रैंकिंग निर्धारित की जाती है।


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