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HNN/ नाहन

श्री रेणुका जी वेटलैंड क्षेत्र में बने चिड़ियाघर के जानवरों के लिए जल्द ही जू-बायोलॉजिस्ट नियुक्त होने जा रहा है। यह नियुक्ति रेणुका जी चिड़ियाघर के इतिहास में पहली बार होगी। असल में पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ राजीव कुमार के द्वारा डीएफओ वाइल्डलाइफ रविशंकर प्रसाद की रिपोर्ट पर कड़ा संज्ञान लिया गया था। मामला कुछ इस प्रकार से था कि पिछले लंबे समय से रेणुका जी चिड़ियाघर के जानवरों में खासतौर से मांसाहारी जानवरों के व्यवहार सहित उनमें डाइट डिफिशिएंसी महसूस की जा रही थी।

लोहे के पिंजरे में कैद जानवरों के इस व्यवहार को लेकर वाइल्ड लाइफ विभाग के द्वारा जब पूरी तरीके से जांच की गई तो पाया कि इन चिड़िया घरों के डाइट सिस्टम पुराने सिस्टम पर ही चल रहे हैं। यानी चिड़ियाघर में स्थाई तौर से ना तो वेटनरी ऑफिसर नियुक्त था और ना ही जू बायोलॉजिस्ट। हैरानी तो इस बात की यह है कि पंजा धारक मांसाहारी जानवरों को बीफ व मटन प्रॉपर डायट सिस्टम में शामिल किया जाना चाहिए। मगर यहां सप्ताह के 4 दिन तेंदुओं को फार्म के मुर्गे का चिकन सिर्फ 2 दिन ही मटन दिया जाता था।

चूंकि, डीएफओ वाइल्डलाइफ रविशंकर जंगली जानवरों के एक बड़े एक्सपर्ट भी माने जाते हैं। लिहाजा, आला अधिकारियों से जब इस विषय पर चर्चा हुई तो सरकार की ओर से भी एक बड़ा इनीशिएट लिया गया। श्री रेणुका जी चिड़ियाघर के लिए स्थाई तौर पर सहायक जू- बायोलॉजिस्ट की नियुक्ति को मंजूरी दे दी गई है। यही नहीं सरकार की ओर से नियुक्ति प्रक्रिया को भी अंतिम रूप दे दिया गया है। यानी जल्द ही चिड़ियाघर एक सहायक जीव विज्ञानी युक्त होगा।

इस अधिकारी का मुख्य कार्य जानवरों के प्रजनन उनकी जनसांख्यिकी, अनुवांशिकी, व्यवहार, चिकित्सा, पालन-पोषण, संरक्षण आदि देखना होगा। जानवरों को किस हिसाब से भोजन उपलब्ध कराना है उनके डाइट चार्ट को बनाना आदि भी सहायक चिड़ियाघर जीव विज्ञानी का कार्य होगा। जानकारी तो यह भी है कि प्रदेश चिड़ियाघर के शेर, तेंदुआ आदि को भेड़ पालकों के माध्यम से फ्रेश मटन दिला जाना सुनिश्चित किया जाएगा।

जिसको लेकर वूल फेडरेशन के चेयरमैन त्रिलोक कपूर के द्वारा आश्वासन भी दिया गया था। ऐसे में जहां चिड़ियाघर के मांसाहारी जानवरों को फार्मी मुर्गो का चिकन खिलाया जा रहा था उसकी जगह फ्रेश मटन दिया जाएगा। वाइल्ड लाइफ को यह भी शिकायत मिली थी कि प्रदेश के कुछ चिड़ियाघरों में जानवरों को दिए जाने वाले चिकन में सेंधमारी की जाती है।

इस पर पीसीसीएफ वाइल्डलाइफ राजीव कुमार ने साफ तौर से कहा है कि अगर कोई भी कर्मचारी ऐसी हरकत करता हुआ पाया गया तो उस पर बड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वन संपदा सहित जीव जंतुओं के लिए पूरी तरह से गंभीर है। चिड़ियाघर के जानवरों को एक प्रॉपर सिस्टम के तहत डाइट मिल सके इसके लिए एक्सपर्ट की नियुक्ति की जा रही है।

उधर, डीएफओ वाइल्डलाइफ रवी शंकर प्रसाद ने खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि जल्द ही रेणुका जी चिड़ियाघर में स्थाई तौर पर सहायक चिड़ियाघर जीव विज्ञानी ज्वाइन करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि चिड़ियाघर जीव जंतुओं के लिए और भी कई सुधारात्मक प्रयास किए जाएंगे।

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