पीस मील कर्मियों के समर्थन में उतरे 11 संगठन और यूनियन
HNN/ नाहन
हिमाचल प्रदेश एचआरटीसी पीस मील कर्मियों की टूल डाउन स्ट्राइक 16वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। पीस मील कर्मियों की स्ट्राइक के चलते जिला सिरमौर पथ परिवहन निगम की बसों का कार्य बुरी तरह से प्रभावित भी होने लग पड़ा है। अतिरिक्त कार्यभार के चलते अब रेगुलर स्टाफ ने भी हाथ खड़े करने शुरू कर दिए हैं। तो वही जेसीसी के आह्वान पर एचआरटीसी से जुड़े तमाम संगठन यूनियन पीस मील कर्मियों के समर्थन में उतर आए हैं।

एचआरटीसी से जुड़े करीब 11 संगठनों ने कल बुधवार से दोपहर 2:00 बजे से 4:00 बजे तक पीस मील कर्मियों के समर्थन में टूल डाउन स्ट्राइक करने का निर्णय ले लिया है। नाहन यूनिट एचआरटीसी टेक्निकल यूनियन के अध्यक्ष फारुख, टेक्निकल यूनियन के प्रदेश सचिव श्याम कुमार, बीएमएस सह सचिव यशपाल सिंह, एचआरटीसी चालक यूनियन के पदाधिकारी धर्मेंद्र सिंह, इंटक के सुरेंद्र सिंह आदि ने संयुक्त रुप से पीस मिल कर्मियों की हड़ताल को जायज मानते हुए सरकार से जल्द इन्हें कांटेक्ट पॉलिसी में लाने की मांग की है।
सभी यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि अब वर्कशॉप की हालत हमारे काबू से बाहर हो चुकी है। टेक्निकल यूनियन के अध्यक्ष फारूक ने कहा है कि बसों के रखरखाव को लेकर रेगुलर स्टॉप पर अतिरिक्त बोझ पड़ चुका है। बसों के फाल्ट को ठीक करने के लिए जुगाड़ू व्यवस्था के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
वही टेक्निकल यूनियन के राज्य सचिव श्याम कुमार ने स्पष्ट कर दिया है कि कल यदि कोई बड़ी दुर्घटना टेक्निकल कारणों की वजह से हो जाती है तो इसका सीधे-सीधे जिम्मेदार प्रबंधन व सरकार होगी। बताना जरूरी है कि जिला सिरमौर एचआरटीसी के बेड़े में 121 बसे हैं। सभी बसों के रूट अब कार्यशाला से जुड़े कर्मचारियों के 2 घंटे की स्ट्राइक पर जाने के एलान के बाद प्रभावित भी होने लग पड़े हैं।
पीस मील कर्मचारी मंच नाहन यूनिट के अध्यक्ष जगदीश चंद्र ने समर्थन में उतरे सभी संगठनों और यूनियंस का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि अब सरकार के झूठे वादों से काम चलने वाला नहीं है। जगदीश चंद ने कहा कि यदि सरकार ने जल्द उन्हें कांटेक्ट पॉलिसी में नहीं लिया तो प्रदेश में एचआरटीसी के चक्के कब रुक जाए कहा नहीं जा सकता।
उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि एचआरटीसी को प्रदेश की सड़कों की रानी कहा जाता है। उन्होंने कहा कि अब यदि सभी कर्मचारी एक मंच पर अगर बैठ गए तो एचआरटीसी का पूरा सिस्टम बंद हो जाएगा। इस दौरान हड़ताल पर बैठे 30 मील कर्मियों के समर्थन में उतरे तमाम कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी करी। सभी यूनियंस के प्रतिनिधियों ने सरकार से जल्द पीस मिल कर्मियों की समस्या के समाधान की मांग करी है।